Vaginal Steaming से जला महिला का प्राइवेट पार्ट, जानें क्यों हानिकारक है यह ट्रीटमेंट?

punjabkesari.in Wednesday, Aug 21, 2019 - 09:47 AM (IST)

लड़कियों में वेजाइना स्टीमिंग (Vaginal Steaming) का ट्रेड काफी पॉपुलर हो रहा है। इसे वी-स्टीमिंग या फिर योनी स्टीमिंग भी कहा जाता है। इस ट्रीटमेंट में स्टीम के जरिए वैजाइना को साफ व टाइट किया जाता है। मगर ऐसा करना आपके लिए हानिकारक भी साबित हो सकता है। दरअसल, हाल ही में एक कनाडाई महिला को इस प्रक्रिया की वजह से सेकेंड डिग्री बर्न हो गया और उसके प्राइवेट पार्ट पर फफोले निकल आए।

प्राइवेट पार्ट शरीर का सबसे नाजुक हिस्सा होता है। ऐसे में आपके द्वारा की गई एक छोटी-सी गलती भी उसे नुकसान पहुंचा सकती है। इस घटना को देखते हुए आज हम आपको बताएंगे कि इस ट्रीटमेंट को करते समय किन बातों का ख्याल रखना चाहिए, ताकि प्राइवेट पार्ट को कोई नुकसान ना हो।

 

पुराने समय में भी होता था इसका इस्तेमाल

पुराने समय में इस स्टीमिंग को वैजाइना और गर्भाशय साफ करने के लिए आजमाया जाता था। इससे पीरियड्स में होने वाले पेट दर्द, पेट फूलने की समस्या और अनियमित पीरियड्स की समस्या दू हो जाती थी। साथ ही इससे योनि की सफाई भी होती है। इतना ही नहीं, इसे हार्मोनल असंतुलन, पेल्विक फ्लोर से संबंधित समस्याओं में भी कारगर माना जाता है।

क्या सचमुच सुरक्षित है वैजाइनल स्टीमिंग?

विदेशों के साथ-साथ भारतीय महिलाओं में भी इसका चलन खूब देखने को मिल रहा है। कुछ स्पा सेंटर में इस प्रक्रिया को ट्राई किया जाने लगा है। इसके लिए पानी में कुछ जड़ी-बूटी जैसे नीम, कैमोमाइल, कैलेन्डुला, तुलसी, ऑरिगेनो डालकर उसे गर्म किया जाता है। फिर इससे निकली भाप को सीधे योनि तक पहुंचाना होता है। इस प्रक्रिया को घर में भी किया जा सकता है, लेकिन जरी सी चूंक आपके लिए हारनिकारक साबित हो सकती है, जैसा की उस महिला के साथ हुआ।

कैसे लेते हैं वैजाइनल स्टीमिंग?

इसके लिए पानी में कुछ जड़ी-बूटी जैसे नीम, कैमोमाइल, कैलेन्डुला, तुलसी, ऑरिगेनो डालकर उसे गर्म किया जाता है। फिर किसी छोटी बाल्टी में पानी पलटकर खौलते हुए पानी से निकली भाप को सीधे योनि तक पहुंचाना होता है। भाप लेने के लिए आपको बाल्टी पर दोनों पैरों को दोनों तरफ फैला कर बैठना होगा। अब 5-10 मिनट के लिए खड़ी रहें। इस प्रक्रिया को ध्यान से करें वरना गर्म पानी से आपकी त्वचा जल भी सकती है।

वैजाइना स्टिमिंग के फायदे

भाप लेने की वजह से योनि के ऊतकों में रक्त प्रवाह बढ़ता है, जिस वजह से योनि स्वास्थ्य (vaginal steaming benefits) को लाभ पहुंचता है।

-इससे तनाव और अवसाद कम होता है।
-बवासीर, योनि में संक्रमण नहीं होता।
-प्रजनन क्षमता बेहतर होती है।
-हार्मोन संतुलित रहते हैं।
-सिरदर्द, थकान दूर होती है।
-पाचन तंत्र बेहतर होता है।
-पीरियड्स की कई समस्याओं को दूर करता है
-प्रसव के बाद योनि स्वास्थ्य को बेहतर करता है।
-शरीर में होने वाले कई तरह के दर्द में भी यह उपाय कारगर है।

योनि में भाप लेने के नुकसान

विशेषज्ञों के अनुसार, भाप की मदद से योनि की सफाई संभव नहीं है बल्कि पानी अधिक गर्म होने पर योनि में बैक्टीरिया जन्म ले सकते हैं, जिससे यीस्ट इंफेक्शन हो सकता है। वहीं अगर गलती से भी इसमें गर्म पानी लग गया तो आपको नुकसान भी हो सकता है। साथ ही इससे योनि में जलन हो सकती है। इसके अलावा इससे आपको एलर्जी भी हो सकती है, जिससे योनि की सेहत को नुकसान पहुंच सकता है।

खुद से लें भाप तो इन बातों का रखें ख्याल...

-जड़ी बूटियों के कम से कम 3-4 मिनट तक जरूर उबालें, ताकि वह पानी में पूरी तरह मिक्स हो जाए।
-डॉक्टर से सलाह लिए बिना इस ट्रीटमेंट को घर पर करने की गलती ना लगे।
-अगर भाप अधिक गर्म लगे तुरंत प्रक्रिया रोककर वैजाइना को ताजे पानी से साफ कर लें।
-कंटेनर या बाल्टी साफ हो वरना योनि में संक्रमण हो सकता है।
-प्रेग्नेंट महिलाएं वजाइनल स्टीमिंग ना लें। ऐसा करना भ्रूण के लिए सही नहीं होगा।

खैर, हमारी सलाह यही है कि इस प्रक्रिया को आजमाने से पहले गाइनैकॉलजिस्ट से सलाह ले लें। फीमेल प्राइवेट पार्ट बेहद सेंसिटिव जगह होती है और उसकी स्टीमिंग की वजह से जलने का खतरा रहता है।

Content Writer

Anjali Rajput