1 अगस्त से UPI में तीन बड़े बदलाव, बार-बार बैलेंस चेक करने वालों को टेंशन होगी

punjabkesari.in Wednesday, Jul 30, 2025 - 01:09 PM (IST)

नारी डेस्क: भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) को और अधिक आसान, सुरक्षित और तेज़ बनाने के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इनका उद्देश्य सिस्टम पर बढ़ते लोड को कम करना और लेन-देन को सुरक्षित बनाना है। ये सभी नियम 1 अगस्त 2025 से लागू होंगे। सभी बैंकों, पेमेंट एप्स और UPI से जुड़ी संस्थाओं को 31 जुलाई तक इन्हें अपनाना अनिवार्य है।

एक एप पर दिन में केवल 50 बार बैलेंस जांचने की सीमा

1 अगस्त से कोई भी व्यक्ति एक UPI एप के माध्यम से सिर्फ 50 बार ही अपने बैंक खाते का बैलेंस चेक कर सकेगा। हालांकि, अगर आप एक से अधिक एप्स जैसे Google Pay, PhonePe, Paytm आदि का इस्तेमाल करते हैं तो प्रत्येक एप पर आप 50-50 बार बैलेंस जांच सकते हैं। ध्यान दें: एप अब खुद से बैलेंस नहीं दिखाएंगे। हर बार उपयोगकर्ता को खुद से बैलेंस जांचना होगा।

हर लेनदेन के बाद दिखेगा आपका बैलेंस

NPCI ने सभी बैंकों को निर्देश दिया है कि हर सफल UPI ट्रांजैक्शन के बाद उपयोगकर्ता को उनके बैंक अकाउंट का बैलेंस दिखाया जाए। इससे लोगों को अपने खाते की स्थिति तुरंत पता चलेगी।

ऑटोमैटिक पेमेंट (AutoPay) के लिए समय तय

अब से ऑटोमैटिक भुगतान (जैसे मंथली सब्सक्रिप्शन या बिल पेमेंट) सिर्फ कुछ निश्चित समयों पर ही होंगे। ऑटो पेमेंट के लिए NPCI ने निम्नलिखित समय तय किया है:
सुबह 10 बजे से पहले
दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे के बीच नहीं
शाम 5 बजे से रात 9:30 बजे तक नहीं
रात 9:30 बजे के बाद
यह बदलाव इसलिए किया गया है ताकि व्यस्त समय में नेटवर्क पर दबाव न बढ़े।

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UPI से जुड़े खातों को देखने की सीमा

अब आप अपने UPI एप से जुड़े बैंक खातों को एक दिन में सिर्फ 25 बार ही देख सकेंगे। इससे सिस्टम पर बार-बार की जानकारी की मांग कम होगी और डेटा सुरक्षित रहेगा।

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लंबित लेनदेन (Pending Transactions) की जांच सीमित

अगर कोई ट्रांजैक्शन पेंडिंग में चला गया है तो उपयोगकर्ता उसे केवल 3 बार ही जांच सकते हैं। हर प्रयास के बीच कम से कम 90 सेकंड का अंतर होना चाहिए।

पैसे वापस मांगने (Payment Request for Refund) की सीमा तय

अगर किसी वजह से आपको किसी लेनदेन की राशि वापस चाहिए, तो आप एक महीने में केवल 10 बार ही ऐसा अनुरोध कर पाएंगे। इसके अलावा, किसी एक व्यक्ति से आप अधिकतम 5 बार ही पैसे वापसी की रिक्वेस्ट भेज सकते हैं।

पेमेंट से पहले दिखेगा रिसीवर का बैंक में रजिस्टर्ड नाम

धोखाधड़ी से बचाव के लिए अब UPI एप्स लेनदेन पूरा करने से पहले प्राप्तकर्ता का बैंक में रजिस्टर्ड नाम दिखाएंगे। इससे यह सुनिश्चित होगा कि आप पैसे सही व्यक्ति या व्यापारी को भेज रहे हैं।

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नियम न मानने पर होगी सख्त कार्रवाई

NPCI ने चेतावनी दी है कि अगर कोई बैंक या UPI एप इन दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इनमें शामिल हैं जुर्माना, नए ग्राहकों को जोड़ने पर रोक, UPI सेवाओं की API एक्सेस पर बैन।

NPCI द्वारा किए गए ये बदलाव UPI सिस्टम को और मजबूत, सुरक्षित और यूज़र फ्रेंडली बनाएंगे। इन नए नियमों के लागू होने से उपयोगकर्ताओं को और अधिक पारदर्शिता और नियंत्रण मिलेगा, वहीं धोखाधड़ी की घटनाएं भी कम होंगी। 1 अगस्त से पहले इन नियमों को जानना और समझना जरूरी है ताकि आप UPI का उपयोग बिना किसी परेशानी के कर सकें।


 


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Content Editor

PRARTHNA SHARMA

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