जीना चाहती थी उन्नाव रेप पीड़िता, जानिए कैसे हुई बहादुर बेटी मौत की शिकार?

punjabkesari.in Saturday, Dec 07, 2019 - 04:18 PM (IST)

अभी हैदराबाद रेप केस के मुलजिमों को सजा मिली ही थी कि सोशल मीडिया पर उन्नाव रेप पीड़िता को जिंदा जला देने की खबर ने सबको हैरान कर दिया। उन्नाव की रहनी वाली इस लड़की का केस लगभग एक-डेढ़ साल पुराना है। लड़की को उसी के गांव के आरोपी शिवम ने शादी का झांसा देकर उसके साथ रेप किया था। रेप के दौरान लड़के ने अपनी इस गिरी हुई हरकत की वीडियो भी रिकार्ड की। जिसे लेकर वह लड़की को बात-बात पर ब्लैकमेल करता रहा।

एक दिन परेशान होकर पीड़िता अपने परिवार को छोड़ा अपनी बुआ के पास जाकर रहने चली गई। मगर शिवम युवती का पीछा करते हुए वहां भी पहुंच गया। तब दुखी आकर युवती और उसके परिवार ने मिलकर लड़के के खिलाफ 5 मार्च, 2018 में कंपलेंट दर्ज करवाई, जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को अपनी गिरफ्त में ले लिया। मगर 3 दिसंबर को जमानत पर जेल से बाहर आते ही लड़के ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर पीड़िता को जिंदा जला दिया।

उन्नाव रेप पीड़िता को जब अस्पताल में भर्ती कराया गया था तो उसने वहां के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. सुनील गुप्ता से कहा था, ‘‘डॉक्टर साहब, मैं बच तो जाऊंगी ना? मैं मरना नहीं चाहती। मेरे गुनहगारों को सजा जरूर दिलवाइएगा।' अपनी आखिरी सांस तक मौत के साथ बहादुरी से लड़ती युवती की हार्ट अटैक के कारण मौत हो गई। युवती का शरीर इतना जल चुका था कि उसके बचने की आशंका पहले से ही कम थी, मगर डॉक्टरों ने बताया युवती ने अपनी आखिरी सांस तक हिम्मत नहीं हारी थी। आरोपियों को सजा दिलाने की इच्छा उसकी आखिरी सांस तक कायम रही।

सोशल साइट्स पर भी इस मामले को लेकर लोगों ने अपनी विशेष टिप्पणियां दी हैं। इस मामले पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने लड़का, उसके पिता और दो दोस्तों को अपनी हिरासत में ले लिया है।

रेप मामलों के लिए कड़े कानून की जरूरत

हैरानी की बात है कि हैदराबाद केस के बाद मालदा से लेकर उन्नाव तक, कई जगहों पर लड़कियों के साथ रेप और उन्हें जिंदा जला देने का मामला सामने आ रहा है।आज भी देश की लाखों महिलाएं यौन हिंसा की शिकार हो रही हैं। यह स्थिति तभी बदल सकती है जब महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा पर कड़े एक्शन लिए जाएं और आरोपियों पर तुरंत कार्रवाई की जाए।


Content Writer

Harpreet