women power: पापा का बिजनेस छोड़ दो बहनों ने खुद के दम पर किया यह काम

punjabkesari.in Thursday, Jun 13, 2019 - 04:09 PM (IST)

भारत में ही नहीं विदेश में फील्ड कोई भी हो लड़कियां अपनी पहचान बनाने से पीछे नहीं हटती है, बस उन्हें मौका, सही दिशा और साथ देने वाला चाहिए होता है। यहीं  कारण है कि हाल में ही भारतीय महिलाओं ने हाल ही में अमेरिका की टॉप 80 अमीर महिलाओ में अपनी जगह बना ली हैं। यह उनके काम व मेहनत के कारण हुआ हैं। ऐसी ही कुछ महिलाएं भारत में भी है, जो कि अपने घर के चल रहे पुराने काम को छोड़ कर कुछ हट करके दिखाते है, खास कर उस काम में यहां पर पुरुषों ही प्रधान हो। 
बंगलौर की रहने वाली ध्रुती कासु रेड्डी और ज्योत्सना कासु रेड्डी भी इन्हीं उदाहरणों में शामिल हैं। जिन्होंने अपने स्टार्टअप की शुरुआत अपने पिता कासु राज गोपाल रेड्डी के साथ की थी। लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने गोवा में टूरिज्म को बढ़ाने के लिए कदम उठाते हुए वहां पर काम करना शुरु किया। इसके लिए उन्होंने किसी से भी फाइनेंशियल तौर  पर मदद भी नहीं ली। वह सारा काम खुद ही कर रही हैं। 

2012 में मूशन इंडिया कंपनी में किया काम 

दोनो बहनों ने अपने करियर की शुरुआत करते हुए 2012 में मूशन इंडिया कंपनी में काम किया। जिसमें उऩ्होंने 3डी होलोग्राफिक प्रोजेक्शन तकनीक का प्रयोग कर लोगों के लिए लाइव व रिकॉर्डेड होलोग्राम प्रजेंटेशन करना होता हैं। कासु राज गोपाल रेड्डी की इस कंपनी के ग्राहकों की लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल रहे हैं। उन्होंने 2014 के इलेक्शन में इस तकनीक का इस्तेमाल किया था। लेकिन इसके बाद उन्होंने सोचा की एक 3डी कैंपेन बनाना व एक नामी ग्राहक का होना काफी नहीं हैं। 

मौका मिला तो उसे छोड़ा नहीं, रियल एस्टेट में रखा कदम

2015 में गोवा में छुट्टियां बिताने गई दोनों बाहनों ने वहां पर जा कर समझा की गोवा एक ऐसा राज्य है जहां पर सभी लोग अपना एक घर चाहते है, यहां पर वह छुट्टियां में रह सकें। लेकिन यह पर न तो ऐसी सेवा उपलब्ध है न ही यहां पर घर बनाना सबके बस की बात हैं। क्योंकि यहां के घर कुछ महीनें ही काम आते है बाकी साल यहां पर ताला ही लगा होता हैं। ऐसे में दोनों बहनों ने वहीं की रियल एस्टेट बिजनेस मेें कदम रखा। वहां पर अच्छे डिजाइन वाले घर की ख्वाहिश रखने वाले कारोबारियों के लिए यहां पर घर बनाने व उसका प्रबंधन करने का काम शुरु किया। ताकि खाली पर रहने पर घर का कहीं ओर इस्तेमाल किया जा सके। ऐसे में गोवा घूमने वाले लोगों को अच्छे घर भी रहने के मिलने लगे। 

2017 में की कंपनी की शुरुआत 

दोनों बहनों ने 2017 में अपनी कंपनी की शुरुआत की, जिसमें उन्होंने वहां की प्रापर्टीज को ऑनलाइन किया, जिससे लोग आसानी से अपनी पसंद की प्रापर्टी को चुन सकते हैं। दो महिलाओं को लिए गोवा में काम सेट करना आसान काम नहीं था, स्पेशल तौर पर रीयल एस्टेट में, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। सबसे पहले उन्होंने पुर्तागाली भाषा में लिखे अधिकार दस्तावेजों को वहां की कानूनी टीम की मदद से समझा, क्योंकि गोवा 1961 में भारत का हिस्सा बना था। वहां पर सभी टाइटल डीड्स पुर्तागाली विरासत वाले ही है, जिन्हें समझने में काफी दिक्कत होती हैं। 

मिलती है घर की सारी सुविधाएं 

यहां घर लेने वाले लोगों को किराए की सुविधा उपलब्ध करवाने से लेकर उनके यहां तक घर की सारी साफ सफाई खाने की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाती हैं। ताकि उन्हें किसी भी तरह की दिक्कत न हो। आर्किटेक्ट ध्रुती ने वहां की लोकेशन को समझ कर डिजाइन बनाने का काम शुरु किया। वह अपनी हर प्रॉपर्टी को वाना नाम देते, जिसमें एक पूल, बगीचे व चार बेडरुम शामिल रहते। इसके साथ ही वहां की जितनी भी जरुरी चीजें होती वह भी शामिल रहती। इनमें पूर्ण रुप से कांच की दीवारें बनाई जाती ताकि सूरज की सीधे किरणें आ सकें। लोगों की जरुरतों को ध्यान में रखते हुए यहां के हर घर का डिजाइन बहुत ही सुंदर बनाया जाता हैं। 

Content Writer

Anjali Rajput