आपके बच्चे के मोटापे की वजह है Tv!

punjabkesari.in Wednesday, Feb 15, 2017 - 01:00 PM (IST)

पेरेंटिंगः बच्चे हो या बड़े आजकल हर कोई मोटापे का शिकार हो रहा है। बच्चों के मोटापे की वजह सिर्फ खाना-पीना ही नहीं बल्कि उनका बदलता लाइफस्टाइल भी है। जैसे- एक्सरसाइज ना करना, आउटडोर गेम्स में रूचि ना लेना, एक जगह बैठकर खाते-खाते टी.वी देखना, देर रात तक जागना, वीडियो गेम की लत आदि है। अधिकतर बच्चे टी.वी देखते-देखते ही खाना खाते है। सहीं ढंग से ना बैठने से खाना अच्छी तरह से पचता नहीं है। नतीजा वह मोटापे के शिकार होने लगते हैं।

अमरीका की डार्टमाउथ कॉलेज ने बच्चों के खाने-पीने की आदतों पर आधारित एक अध्ययन किया है। इस स्टडी में कहा गया है कि टीवी को ज्यादा समय देने वाले और खाने-पीने से जुड़े Ad देखने वाले बच्चों में मोटापे का खतरा ज्यादा होता है जबकि अध्ययन में कम टीवी देखने वाले बच्चों में मोटापे की आशंका कम पाई गई है।  टी. वी पर खाने-पीने के विज्ञापन देखने के बाद बच्चे वहीं खाने की जिद करते हैं। फिर बाद में वे उन्हीं फास्ट फूड और पैकेट बंद फूड्स का सेवन करते हैं, जिसके कारण उनका वजन बढ़ता है। 
 
इसके अलावा अगर पौषक तत्व की बात की जाए तो पैकेट बंद स्नैक्स का सेवन करने के बाद बच्चों को ज्यादा भूख नहीं लगती, जिससे कि वे बाद में भोजन करना पंसद नहीं करते। ऐसे में उनके शरीर की पौष्टिक तत्व  भी नहीं मिल पाते। कम टीवी देखने वाले बच्चों को जहां औसतन 97 कैलोरी लेता पाया गया, वहीं टीवी ज्यादा देखने वाले बच्चों को औसतन 127 कैलोरी। पैकेट बंद स्नैक्स पर बच्चों की बढ़ती निर्भरता ने बच्चों में मोटापे का खतरा बढ़ा दिया हैं। 

विशेषज्ञों के अनुसार, बाजार की उच्च कैलोरी और सोडियम वाली चीजें खाने के बाद बच्चों की भूख खत्म हो जाती है और वह भोजन नहीं कर पाते। ऐसे में उनके शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। इसका असर उनकी प्रतिरोधक क्षमता पर भी होती है। हालांकि टीवी देखने के दौरान भूख का एहसास न होने के बावजूद बच्चे चिप्स, फिंगर चिप्स, नमकीन, आदि लगातार खाते रहते हैं। अध्ययनकर्ताओं के अनुसार, कैलोरी का इनटेक बढ़ने और फिजिकल एक्टिविटी ना करने की वजह से बच्चे मोटापे की चपेट में आ जाते हैं।  

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