16 साल की ग्रेटा के भाषण को सुनकर फैन बने ट्रंप व क्रिकेटर रोहित शर्मा, लोगों ने भी की तारीफ
punjabkesari.in Wednesday, Sep 25, 2019 - 12:14 PM (IST)
जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर अब दुनिया के युवा लोग न केवल बात कर रहे है बल्कि उससे संबंधित कई तरह के सवाल उठा कर इस समस्या को हल करना चाहते है। लोगों को इस बारे में जागरुक 16 साल की बच्ची ग्रेटा थनबर्ग ने करवाया। संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन में पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग द्वारा किए गए सवालों ने नेताओं को झकझोर कर रख दिया वहीं लोग उनके फैन भी बन गए है। सोशल मीडिया पर लोग उनके भाषण को शेयर उनके इस कदम की तारीफ कर रहे हैं।
उनकी तारीफ करते हुए कुछ दिन पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बेराक ओबामा ने उनकी फोटो शेयर की थी। उसके बाद यूएस के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप वप भारतीय क्रिकेट टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा ने भी उनकी तारीफ की हैं।
रोहित शर्मा ने भी किया समर्थन
भारतीय क्रिकेटर बल्लेबाज रोहित शर्मा ने ग्रेटा की वीडियो शेयर करते हुए लिखा , 'धरती को बचाने का जिम्मा हमारे बच्चों पर छोड़ना पूरी तरह गलत है। ग्रेटा आप हमारे लिए प्रेरणा हैं। अब कोई बहाना नहीं चलेगा। हमें आने वाली पीढ़ी के लिए सुरक्षित ग्रह देना होगा। अब बदलाव का वक्त है।'
Leaving the saving of our planet to our children is utterly unfair. @GretaThunberg, you're an inspiration. There are no excuses now. We owe the future generations a safe planet. The time for change is now.https://t.co/THGynCSLSI
— Rohit Sharma (@ImRo45) September 24, 2019
परिवर्तन के नाम पर दिया धोखाः ग्रेटा
सम्मेलन के दौरान ग्रेटा ने युवा पीढ़ी की आवाज बनते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन के नाम पर आपने जो हमें धोखा दिया है वह अब समझ आ रहा है। अगर आपने जल्द ही इसका हल नही किया तो युवा पीढ़ी आपको कभी भी माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि मुझे इस समय स्कूल में होना चाहिए लेकिन हालात की गंभारती के चलते वह इस समय मंच पर खड़ी है।
कौन है ग्रेटा
ग्रेटा थनबर्ग का जन्म 3 जनवरी 2003 को हुआ है। इनकी मां मलेना इर्नमैन ऑपेरा सिंगर व पिता स्वांते थनबर्ग अभिनेता है। 8 साल में उन्होंने जलवायु परिवर्तन के बारे में सुना उसके बाद 11 साल की उम्र में उन्होंने जलवायु संकट को समझ कर इस पर बोलना शुरु कर दिया था। उसके बाद धीरे- धीरे वह दुनियाभर में लोगों के लिए एक आइकन बन गई। नवंबर 2018 में उनके द्वारा किए गए अभियान में 24 देशों के 17 हजार छात्रों ने भाग लिया था। इतना ही नही ग्रेटा हर शुक्रवार को जलवायु परिवर्तन के खिलाफ प्रदर्शन भी करती हैं।