बुलंद हौंसले: शादी के बाद भी नहीं हारी प्रवीण, जज बन कायम की मिसाल

punjabkesari.in Wednesday, Dec 11, 2019 - 11:20 AM (IST)

आपके पास संसाधन कितने भी कम क्यों न हो अगर आपको खुद पर यकीन और हिम्मत है तो आप हर मुकाम को हासिल कर सकते है। इस बात की मिसाल हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में रहने वाली प्रवीण लता है। ट्रक ड्राइवर की बेटी प्रवीण ने जज की परीक्षा पास कर एक मिसाल कायम की है। अपने इस मुकाम को पाने के लिए प्रवीण ने शादी के बाद भी हार नहीं मानी। कम संसाधनों और घर की जिम्मेदारियां होते हुए प्रवीण ने हार न मानते हुए सफलता हासिल कर सबके लिए प्रेरणा बन गई है।

 


प्रवीण के पिता जगदीश पाल ट्रक ड्राइवर और माता एक गृहणी है। जज बनने के बाद प्रवीण ने कहा कि वह कानून की पालना करेगीं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कानून के आधार पर सभी को बराबर का अधिकार मिलना चाहिए। लड़कियों को भी हमेशा लड़कों की तरह आगे ओर अग्रसर करना चाहिए।

 


प्रवीण ने ऊना के लॉ कालेज से अपनी पढ़ाई पूरी की है। 2013 में प्रवीण ने अपनी एलएलबी की शिक्षा पूरी की थी।  कॉलेज में पढ़ाई के दौरान प्रवीण ने पूरे हिमाचल प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया था और प्रदेश विश्वविद्यालय से सिल्वर मेडल हासिल किया था। 2 साल तक प्रवीण ने वकील की प्रैक्टिस की और इस दौरान उसकी शादी हो गई। प्रवीण के ससुर जिला कोर्ट और पति चंडीगढ़ हाई कोर्ट में वकील है।

2015 में प्रवीण ने अपनी जज की परीक्षा की तैयारी शुरु की थी और शादी के बाद भी अपनी तैयारी जारी रखी दी। परीक्षा में सफलता पाने के लिए जरुरी था कि वह लगातार पढ़ाई करें उसके साथ ही समाज में हो रही घटनाओं की भी पूरी जानकारी रहे।

 

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khushboo aggarwal