पर्यटकों को काफी आर्कषित करते हैं ज्वालामुखी

punjabkesari.in Monday, Jun 03, 2019 - 05:17 PM (IST)

गहरे क्रेटरों, गर्म-चमकता लावा से लेकर खूबसूरत चोटियों तक ज्वालामुखी कई कारणों से आकर्षक हैं। वे लोकप्रिय पर्यटन स्थल हैं। हालांकि, कभी-कभार उनका खतरनाक रुप भी सामने आ ही जाता है। 

2017 में जब 'माउंट अगुंग' से आकाश में धुएं के विशाल बादल छा गए तो अनेक पर्यटकों को नहीं पता था कि बाली में केवल शानदार समुद्र तट ही नहीं, सक्रिय ज्वालामुखी भी मौजूद हैं। जिन्हें पहले से इनके बारे में नहीं पता वे इनके बारे में जान कर चौंक जाते हैं मगर ऐसे पर्यटकों की भी कमी नहीं हैं जो जान-बूझ कर ज्वालामुख्यों के देखने के लिए सफर करते हैं। फूटने पर ज्वालामुखी बहुत खतरनाक हो सकते हैं जो गांव के गांव या पूरे शहर को तबाह कर देते हैं। फिर भी वे पर्यटकं को प्रकृति का अतुलनीय अनुभव प्रदान करने वाले प्रमुख पर्यटक आकर्षण हैं। 

ज्वालामुखी पर ट्रैकिंग

यूरोप के बाहर वोलकैनो ट्रैकिंग बी पर्यटकों में खासी लोकप्रिय है विशेष रुप से मध्य तथा दक्षिण अमेरिका में। एंडीज में 5000 यो 6000 मीटर से भी अधिक ऊंचे अनेक प्रभावशाली ज्वालामुखी किसी माला में पिरोए मोतियों की तरह उत्तर से दक्षिण की ओर फैले हुए हैं। दक्षिण अमेरिकी देश चिली में ही अकेले 80 सक्रिय ज्वालामुखी है। इक्वाडोर में कोटोपाक्सी विशेष रुप से सुंदर है जो समय-समय पर सक्रिय होता रहा है। इसकी राख करीब स्थित राजधानी क्विटो तक पहुंचती है।

1500 सक्रिय ज्वालामुखी

दुनिया भर में लगभग 1,500 सक्रिय ज्वालामुखी हैं। इनमें से किसी एक के फूटने पर भी कई दिनों तक आकाश में धुआं छा सकता है जिससे स्बास्थ्य समस्याओं से लेकर हवाई यातायात में रुकावट पड़ती है। 

'पैसिफिक रिंग ऑफ फायर' में लगभग 450 सक्रिय ज्वालामुखी हैं। इनमें से अकेले इंडोनेशिया में ही 127 हैं। 2010 में जावा के मेरापी ज्वाालमुखी में विस्फोट से निकली राख के बादल आकाण में 18 किलोमीटर तक फैल गए थे। ज्वालामुखी के आस-पास के इलाकों को कई दिन पहले खाली करवा दिया गया था जिससे हजारों लोगों की जान बच गई। लेकिन ज्वालामुखियों से उतपन्न जोखिम रिंग ऑफ फायर तक ही सीमित नहीं हैं। उदाहरण के लिए यूरोप में सिसिली में माऊंट एटना है। दिसंबर 2018 में इसमें कई छोटे विस्फोट और भूकंप आए। हालांकि, यही ज्वालामुखी बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है। अब वहां जाना भी बहुत आसान हो गया है यहां के लिए होटलों से विशेष बसें चलती हैं। विस्फोट के दौरान ज्वालामुखी पर्यटकों को उनके बारे में सूचित करके उन्हें ज्वालामुखी से दूर रहने की हिदायत देते हैं लेकिन अनेक पर्यटक रात के वक्त उफनते लावा को देखना चाहते हैं। जैसे कि पूर्वी कांगो के न्यीरागोंगो ज्वालामुखी की खौलती लावा झील को रात में देखना खूब लोकप्रिय है। 

सुरक्षा का रखें ध्यान

विशेषज्ञों के अनुसार ज्वालामुखी पर्यटन को जिम्मेदारी से अंजाम देना महत्वपूर्ण है। पर्यटकों को सुनिश्चित करना चाहिए उन्हें ज्वालामुखी की स्थिति के बारे में ताजा तथा पूर्ण जानकारी है। 

कुछ देशों के पर्यटन कार्यालय वहां स्थित ज्वालामुखियों से जुड़े खतरों का उल्लेख करते हैं।
किसी इलाके में स्थित ज्वालामुखी से पर्यटकों को कितना चिंतित होना चाहिए यह इस बात पर निर्भर करता है कि वे किस क्षेत्र में है। विशव के सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक हवाई के किलोआ ज्वालामुखी में हालिया विस्फोट से बिग आईलैंड पर दूर-दूर तक लावा फैल गया और काफी क्षति हुई लेकिन जो लोग हवाई के अन्य टापुओं पर छुट्टियां बिताना चाहते थे, उन्हें खतरा नहीं था।

वास्तव में ज्वालामुखी विस्फोट से पर्यटकों को नुकसान का जोखिम यात्रा से जुड़े अन्य खतरों से अपेक्षाकृत कम हैं। ऊंचाई तथा खराब मौसम को अक्सर कम आंका जाता है। 

उदाहरण के लिए टैनेराइफ का लोकप्रिय 'टेइडे ज्वालामुखी' ऑस्ट्रेलिया की सबसे ऊंची चोटी ग्रॉसग्लॉकनर जितना ऊंचा है। अनेक लोग वहां जाना चाहते हैं लेकिन इसकी 3,700 मीटर से अधिक ऊंचाई तो यूं ही टहलते हुए नहीं चढ़ सकते हैं। 

कई बार ज्वालामुखियों से केवल पर्यटक ही प्रभावित नहीं होते हैं। आइसलैंड के 'आईयाफ्यातलायेरकिटल' ज्वालामुखी में 2010 में हुए विस्फोट के बाद उत्तरी तथा मध्य यूरोप में हवाई यातायात कई दिनों तक बंद रहा था। परंतु आज भी यह ज्वालामुखी आइसलैंड में एक लोकप्रय पर्यटन स्थल हैं। 

Content Writer

Anjali Rajput