अंदर ही अंदर आपको खा रही गंभीर बीमारियां, जीभ का रंग बताएगा सेहत का राज

punjabkesari.in Thursday, Sep 24, 2020 - 11:16 AM (IST)

ब्रश करते समय लोग आइने में अपनी जीभ जरूर देखते हैं कि सफेद-पीली परत साफ हुई या नहीं। यह पीली-सफेद परत खान-पान, धूम्रपान की वजह से जीभ पर जम जाती है। मगर, कई बार जीभ का रंग लाल, काला हो जाता है लेकिन इसके अलावा जीभ के पैटर्न आपकी डाइट के अलावा नींद की कमी, बीमारी, बैक्टीरिया की वजह से भी जीभ का पैटर्न बदल जाता है। ऐसे में इसे इग्नोर करनी सही नहीं है क्योंकि ये किसी गंभीर बीमारी का इशारा हो सकता है।

अपने इस आर्टिकल में हम आपको यही बताएंगे कि आपकी जीभ का बदला रंग किसी बीमारी की ओर इशारा करता है।

कैसा होता है स्वस्थ/सामान्य जीभ का रंग?

स्वस्थ जीभ का रंग हल्का गुलाबी है। हालांकि जीभ पर सफेद परत का होना भी नॉर्मल माना जाता है।

जीभ पर जमी पीली परत

जीभ पर जमी पीली गाढ़ी परत इस बात का इशारा है कि आप ओवरईटिंग कर रहे हैं। इसके अलावा डाइडेशन, लिवर या मुंह में बैक्टीरिया ज्यादा होने की वजह से जीभ पर पीली परत जम जाती है। इसके कारण मुंह से बदबू आना, थकावट, बुखार हो सकता है।

गहरी लाल रंग की जीभ

एनीमिया, कावासाकी रोग या लाल बुखार के कारण जीभ का रंग गहरा लाल हो सकता है। इसके अलावा यह विटामिन B12 की कमी का संकेत भी हो सकता है। वहीं अगर जीभ का निचला हिस्सा गहरा लाल हो जाए तो समझ लें कि आंतों में गर्मी बढ़ गई है।

यीस्ट इंफेक्शन का संकेत है सफेद रंग

जीभ पर सफेद धब्बे दिख रहे हैं तो इसे हल्के में ना लें क्योंकि यह फंगल, यीस्ट इंफेक्शन, पेट से जुड़ी समस्याएं, ल्यूकोप्लाकिया या फ्लू का इशारा हो सकता है।

जब जीभ का रंग हो जाए पेल

शरीर में पोषण की कमी के चलते जीभ पेल हो जाती है। इससे बचने के लिए जंक, प्रोस्सेड को अवॉइड करें और फल-सब्जियां, नट्स जैसी हैल्दी चीजें खाएं।

ब्राउन रंग

अधिक कैफीन, धूम्रपान या शराब के कारण जीभ भूरी हो जाती है। हालांकि इसे नजरअंदाज करने की बजाए अपने डॉक्टर से सलाह लें।

जीभ का ज्यादा चिकना होना

जीभ को हल्का खुरदरा होना चाहिए। अगर जीभ चिकनी हो गई है तो ये एट्रोफिक ग्लोसाइटिस का संकेत है, जो पोषक तत्वों के कारण होता है। इसके कारण आपको शरीर में दर्द हो सकता है।

जीभ पर छाले पड़ना

कभी गलती से जीभ कट जाने, रुखा या तीखा भोजन लेने की वजह से मुंह में छाले पड़ जाते हैं। इसे इग्नोर ना करें क्योंकि हफ्तों से ज्यादा छाले नहीं गए तो यह अल्सर का रुप ले सकते हैं।  बेवजह छाले निकले हैं तो यह हार्मोन इम्बेलेंस का संकेत हो सकता है।

सफेद रंग के चकत्ते होना

यीस्ट ओरल इंफेक्शन, कैंडिडिआसिस की वजह से जीभ पर सफेद रंग के चकत्ते पड़ जाते हैं जो सेहत के लिहाज से सही नहीं है। इसके अलावा यह बर्थ कंट्रोल पिल्ल, एंटीबायोटिक दवा, कमजोर इम्यूनिटी, शुगर मेडिसन लेने की वजह से भी हो सकते हैं।

दाने निकलना 

अगर जीभ में छोटे-छोटे दाने निकल आए तो यह हर्प इंफेक्शन की ओर इशारा है। ऐसे में आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

जीभ पर काले धब्बे पड़ना

जीभ पर काले धब्बे पड़ना शरीर में खून की कमी, डायबिटीज की ओर इशारा करते हैं। इसकेअलावा मुंह में बैक्टीरिया ज्यादा होने की वजह से भी जीभ पर काले रंग के धब्बे पड़ जाते हैं।

Content Writer

Anjali Rajput