प्रेगनेंसी में मार्निंग सिकनेस से बचा सकते हैं ये 7 घरेलू नुस्खे

punjabkesari.in Tuesday, Oct 29, 2019 - 02:38 PM (IST)

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव आते है उन्हीं में से एक है मॉर्निंग सिकनेस। प्रेग्नेंसी के 6 से 12 वें सप्ताह में अधिकतर महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस यानि की सुबह उठने के बाद उल्टी, जी मिचलाना, चक्कर आना जैसी समस्या का सामना करना पड़ता हैं। कई बार महिलाओं को बार-बार उल्टियां व अधिक मात्रा में शरीर से पानी निकलता है जिस कारण उन्हें थकावट व बैचेनी होती है। इस समस्या के समाधान के लिए दवाई की जगह घरेलू नुस्खे अपनाने चाहिए जिससे यह समस्या आसानी से दूर हो जाती हैं। 

 

मॉनिंग सिकनेस का कारण 

गर्भावस्था के दौरान शरीर में होने वाले हार्मोन्स के परिवर्तन के कारण मॉर्निंग सिकनेस की समस्याएं उत्पन्न होती हैं। ज्यादातर गर्भ नाल से निकलने वाले हयूमैन कोरियोनिक गोनाडोट्रा‍फिन और एस्ट्रोजन नामक हार्मोन्‍स को मॉर्निंग सिकनेस का कारण माना जाता है।

 

मॉर्निंग सिकनेस से होने वाली परेशानियां 

- इससे महिलाओं के वजन कम हो सकता हैं। जिससे उन्हें दोबारा स्वस्थ होने में काफी समय लग सकता हैं। 

- गर्भ में पलने वाले भ्रूण को उचित पोषण नहीं मिल पाता हैं जिससे समय से पहले ही शिशु के जन्म होने का खतरा बढ़ जाता हैं। 

 

 

मॉर्निंग सिकनेस दूर करने का उपाय 

 

आराम 

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए जिससे उन्हें किसी भी तरह की थकान नहीं होगी। इन दिनों महिलाओं को स्ट्रेस फ्री रह कर पूरा आराम करना चाहिए। 

 

जल्दी नहीं उठना चाहिए 

इस अवस्था में सुबह जल्दी से बिस्तरें से उठने की जगह आराम से उठें। नींद खुलने के बाद एक-दम बिस्तर से उतरने के बाद 10 बाद बैड पर बैठ जाएं फिर नीचे उतरें। वहीं सर्दी के दिनों में कभी भी गर्म कमरे से एक दम सर्दी के मौसम में बाहर न निकले। इससे मार्निंग सिकनेस की समस्या बढ़ जाती है।

 

पौष्टिक आहार 

इस दौरान बहुत ही चटपटा व तीखा खाने को मन करता है लेकिन ज्यादा न खाएं इससे मॉर्निंग सिकनेस की समस्या बढ़ सकती हैं। इस दौरान खाना वहीं खाएं जो मन को अच्छा लगे। सुबह खाली पेट चाय या कॉफी न लें इससे एसिड बनने की संभावना ज्यादा होती है।

 

शारीरिक एक्टिविटी 

इस दौरान शरीर को चुस्त रखने के लिए भारी व्यायाम न करें लेकिन सुबह- शाम घर में या पार्क में कुछ देर जरुर टहलें। आप चाहे तो घर के छोटे- छोटे काम भी कर सकती है जिससे आपके शरीर की एक्टिविटी होती रहेगी व आप फिट रहेगी। 

अदरक का जूस 

मतली या उल्टी की समस्या होने पर अदरक के जूस का सेवन करने से यह समस्या दूर हो सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान अदरक के जूस को आधा गिलास गुनगुने पानी में पीने से आराम मिलता हैं। इससे डिहाइड्रेशन भी दूर होगी । 

 

नींबू पानी 

सुबह उठा कर चाय या कॉफी की जगह नींबू पानी ले सकती हैं। नींबू पानी में पुदीने की पत्तियां या रस डाल लें। 

सेब का सिरका 

रोज सुबह एपल विनेगर को शहद के साथ लेने से मार्निंग सिकनेस ठीक हो जाती हैं। 
 

Content Writer

khushboo aggarwal