इस देश ने चूजों की मदद से बच्चों को स्मार्टफोन से किया दूर, आप भी अपनाएं ये टिप
punjabkesari.in Monday, Nov 25, 2019 - 02:02 PM (IST)
आज बच्चों में सबसे बड़ी समस्या यह है कि वह खेल-कूद हो या पढ़ाई सब कुछ स्मार्टफोन और टीवी की मदद से ही करना चाहते है। स्मार्टफोन से थोड़ी देर दूर रहने पर ही वह गुस्से में आने लगते है और अशांत हो जाते है। बच्चे स्मार्टफोन के इतने आदी हो चुके है कि उन्हें फोन के बिना अपना 1 मिनट निकलना भी बहुत ही मुश्किल लगता है। वहीं इंडोनेशिया में पश्चिमी जावा के बांडुंग शहर में स्थानीय प्रशासन की ओर बच्चों को स्मार्टफोन और टीवी से दूर रखने के लिए एक कदम उठाया है। जिसके तहत बच्चों को मुर्गियों के बच्चे, फल-सब्जियों के पौधे और उनके बीज बांटे जाते है।
नेचर की सुरक्षा में व्यस्त रहे बच्चे
बांडुंग शहर में यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि बच्चे स्मार्टफोन को छोड़कर पौधे और जानवरों की देखभाल में व्यस्त रहे। उनकी इस पहल से काफी बच्चे स्मार्टफोन से दूर होकर नेचर के करीब आएं है। इससे उनकी शारीरिक गतिविधियां भी बढ़ी है जो की उनकी सेहत के लिए काफी लाभदायक है। प्रशासन की ओर से अब तक शहर के 10 प्राथमिक स्कूल और 2 जूनियर हाई स्कूल में 2 हजार चूजे और 1500 मिर्च के पौधे दिए गए है। धीरे-धीरे यह कदम पूरे शहर में लागू किया जा रहा है।
स्मार्टफोन के इस्तेमाल से होने वाले नुकसान
- बच्चे हर काम के लिए पूरी तरह से स्मार्टफोन पर निर्भर हो जाते है।
- बच्चों की स्मरण शक्ति कमजोर हो जाती हैं।
- सारा दिन स्मार्टफोन या टीवी पर गेम्स खेलने के कारण बच्चों को जल्दी नींद भी नहीं आती है। जिस कारण वह अनिद्रा के शिकार हो सकते है।
- बच्चे हिंसक बन सकते है या अकेले रहने के कारण तनाव में जा सकते है।
- बच्चों की शारीरिक गतिविधियां पूरी तरह से रुक जाती हैं।
- आंखों पर बहुत बुरा असर पड़ता है। जिससे उनकी आंकों की रोशनी कम हो सकती ैह।
इस तरीकों से भी छुड़वा सकते है स्मार्टफोन की लत
अगर आपके बच्चे को भी स्मार्टफोन की लत है तो आप उन्हें नेचर के करीब ला सकती है लेकिन अगर किसी कारण आप यह नहीं कर सकती है तो ओर भी कई तरीके है जिनकी मदद से बच्चों को स्मार्टफोन से दूर सकती हैं।
- खूद स्मार्टफोन से रहें। जब आप स्मार्टफोन से दूर रहेंगी तो बच्चे आपको देख कर खूद-ब-खूद फोन से दूर हो जाएंगे।
- बच्चों की रुचि को समझ कर उन्हें डांस, पेंटिंग या योगा क्लास ज्वाइंन करवाएं।
- बच्चों के साथ आप भी बाहर खेलने के लिए जाएं।
- स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने के लिए बच्चों का एक टाइम फिक्स करें।