पत्नी से मिले श्राप के चलते सिर झुकाकर चलते हैं कर्मदाता Shani Dev !

punjabkesari.in Friday, Jun 16, 2023 - 06:06 PM (IST)

शनि देव को पूरी दुनिया में कर्मदाता के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि वो सब को कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। इसलिए उन्हें न्याय का देवता भी कहा जाता है, हालांकि शनि देव के इस गुण के कारण इंसान तो क्या कई सारे देवता भी इनसे डरते हैं। कहा जाता है कि अगर कोई इंसान यदि गलती से भी कोई गलती कर दे तो वो भगवान शनि के प्रकोप से नहीं बच पाता। यही कारण है कि हर व्यक्ति चाहता है कि उसकी कुंडली में शनि की स्थति ठीक रहे और उसे शनि दोष से पीड़ित न होना पड़े, लेकिन एक बार शनि देव को खुद भी श्राप का भागी बनना पड़ा था। दरअसल शनि देन को उनकी पत्नी ने ही श्राप दिया था। इस श्राप ने आज तक शनि देव का पीछा नहीं छोड़ा, जिसके चलते वे सिर झुकाकर चलते हैं। आइए आपको बताते हैं शनि देव और उनकी पत्नी की पौराणिक कथा के बारे में....

जब शनि देव को पत्नी ने दिया था श्राप

ब्रह्मपुराण के अनुसार, शनि देव श्री कृष्ण के बहुत बड़े भक्त थे, वो अपना ज्यादातार समय श्रीकृष्ण की उपसाना में व्यतीत करते थे। शनि देव का विवाह चित्ररथ की कन्या से हुआ। शनि देव की पत्नी परम सती-साधवी, पतिव्रता और बहुत तेजस्वनी थीं। 

इस वजह से शनि देव की पत्नी ने दिया उनको श्राप

शनि देव की पत्नी को एक बार संतान प्राप्ति की इच्छा हुई। इसके लिए वह शनिदेव के पास पहुंची। लेकिन शनिदेव कृष्ण भक्ति में लीन थे। पत्नी के खूब प्रयास के बाद शनि देव का ध्यान भंग हो पाया। इसके बाद शनि देव की पत्नी तो गुस्सा आ गया और उन्होंने शनि देव को श्राप दे दिया।  पत्नी ने कहा कि  जिस व्यक्ति पर शनि देव की दृष्टि पड़ेगी वह तबाह हो जाएगा।

ध्यान से जागने के बाद शनि देव को भूल का आभास हुआ और उन्होंने पत्नी को मनाने की कोशिश की।  लेकिन शनि देव की पत्नी के पास श्राप को निष्फल करने की शक्ति नहीं थी। इसी घटना के बाद से शनि देव अपना सिर नीचे करके चलने लगे, जिससे की उनकी दृष्टि से किसी का अकारण विनाश न हो।


नोट- यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। हम किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करते हैं।
 


 

Content Editor

Charanjeet Kaur