पिता नहीं, मां ने किया बेटी का कन्यादान और बनी मिसाल

punjabkesari.in Tuesday, Feb 06, 2018 - 10:25 AM (IST)

दुनिया की हर मां चाहती है कि उसके बच्चें को हर खुशी मिलें, खासकर बेटियों के लिए जिसमें वो अपनी परछाई ढूढ़ती है। एक सिंगर मदर के लिए अपनी बेटी की अच्छी परवरिश करना सबसे मुश्किल काम होता है। उसे जन्म देने से लेकर पढ़ाने तक का सफर एक मां के लिए बेहद खास होता है। बात जब शादी की आती है तो मां की चिंता और भी बढ़ जाती है। क्योंकि शादी की रस्में खासकर कन्यादान को अक्सर दुल्हन के पिता निभाते हैं लेकिन आज हम आपको पूरी दुनिया के लिए मिसाल बनी मां के बारे में बताने जा रहें है। हाल ही में सोशल मीडिया में एक तस्वीर काफी वायरल हो रही है, जिसमें एक मां अपनी बेटी का कन्यादान कर रही है।

ऑस्ट्रेलिया में रहने वाली राजेश्वरी शर्मा एक सिंगल मदर है, जोकि अपने पति से 17 साल पहले अलग हो गई थी। उनके पति रूढ़ीवादी होने के साथ-साथ आगे की सोचने वाले थे। शादी के बाद अपने पति के साथ ऑस्ट्रेलिया आने पर उन्होंने आईटी की पढ़ाई के बाद वो नौकरी करने लगीं। मगर 17 साल बाद पति से तलाक होने पर बच्चों की सारी जिम्मेदारी राजेश्वरी पर आ गई। इन्होंने दोनों बेटियों की अकेले ही परवरिश की है और अपनी हर जिम्मेदारी को बखूबी निभाया।

राजेश्वरी की बेटी संध्या ने जब ऑस्ट्रेलियाई लड़के सैम के साथ हिन्दू रीति-रिवाज से शादी करने की बात कही तो उन्होंने अकेले ही कन्यादान करने का फैसला लिया। सैम का परिवार भी पारंपरिक तरीके से शादी चाहता था, इसलिए संध्या की शादी चेन्नई में हुई।

उन्होंने शादी के लिए पंडित को बुलाया और सभी रस्मों को निभाते हुए बेटी का कन्यादान किया। उन्होंने बताया, 'मैं मेरी बेटी की शादी को अच्छे से एन्जॉय करना चाहती थी, इसलिए मैंने फैसला किया कि मैं ही उसका कन्यादान करूंगी।' राजेश्वरी का कहना है कि वो समाज की रूढिवादी सोच को बदलना चाहती थी कि मां कन्यादान नहीं कर सकती और उन्होंने इसे बदल भी दिया। आईबीएम में अच्छी नौकरी करने वाली राजेश्वरी एक बेहद अच्छी सिंगल मदर भी है।

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