सोने से भी महंगा है ये आम, 2.5 लाख रुपये में हो रही है इसकी बिक्री

punjabkesari.in Thursday, Jul 27, 2023 - 11:17 AM (IST)

बचपन से हम सुनते आ रहे हैं कि आम फलों का राजा होता है।  आम ऐसा फल है जो सभी को पसंद होता है यह  स्वादिष्ट हाेने के साथ- साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। पर जरा सोचिए 40-50 में मिलने वाला आम लाखों में बिकने लगे तो क्या होगा। ऐसा कुछ हो रहा है भारत के कुछ शहरों में  जहां ढाई लाख रुपये किलो आम बिक रहा है। 

भारत में दशहरी, लंगड़ा, चौंसा और अलफॉन्सो आदि आमों की डिमांड सबसे ज्यादा रहती है, लेकिन जापानी मूल का मियाजाकी की बात ही अलग है मियाजाकी जापानी प्रजाती का है। इसका रंग और बनावट थोड़ी अलग है। इस आम का साइज किसी डायनासोर के अंडे के बराबर होता है. इसका वैज्ञानिक नाम ताइयो-नो-टोमागो है, जिसे एग्स ऑफ सनशाइन भी कहते हैं।  


 अगर एक किलो में 3 आम भी चढ़ते हैं तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक आम की कीमत लगभग 90 हजार रुपए होगी।  इस दुर्लभ आम की कीमत ही इसे बेशकिमती और खास बनाती है। विदेशों में इस आम को किसी बड़े भेंट के रुप मे एक-दूसरे को दिया जाता है, कई जगह तो इसकी प्रदर्शनी भी लगाई जाती है जिसे  देखने के लिए लोग दूर- दूर से आते हैं।


खबरों की मानें तो मियाजाकी आम की मियाजाकी शहर में पैदावार 70 और 80 के दशक में शुरू हुई थी। इस शहर का गर्म मौसम, पर्याप्त धूप और पर्याप्त मात्रा में बारिश इस आम की पैदावार के लिए मुफीद है।  एक मियाजाकी आम का वजन करीब 350 ग्राम होता है, ये 900 ग्राम तक का भी हो सकता है।इन आमों की पैदावार अप्रैल से अगस्त के बीच होती है।


भारत में उगने के बावजूद मियाजाकी आम विदेशों में निर्यात किया जाता है। हालांकि इसकी पैदावार दूसरी आम की प्रजातियों की तरह आसान नहीं है।  इन आमों को एक छोटे से जाल में लपेटा जाता है ताकि इनपर सूरज की रौशनी समान रूप से पड़े और पूरे आम का रंग गहरा लाल हो सके। इसके बाद इसे पूरी तरह पकने के बाद ही पेड़ से खुद एक जाल पर गिरने दिया जाता है। मियाजाकी आम को एक्सपोर्ट करने से पहले कई तरह की टेस्टिंग से गुजरना होता है। टेस्टिंग की पूरी प्रक्रिया से गुजरने वाले सबसे अच्छी क्वालिटी के आमों को 'एग्स ऑफ़ सन' यानी 'सूरज के अंडे' कहा जाता है। 

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vasudha