'Natural' खूबसूरती से भरपूर इस झरने पर लगता है पर्यटकों का मेला

punjabkesari.in Thursday, Jul 27, 2017 - 04:44 PM (IST)

घूमना-फिरना तो हर किसी को पसंद होता है। वैसे तो दुनिया में घूमने लायक बहुत-सी जगहें हैं लेकिन आज हम झारखंड की राजधानी रांची शहर की बात कर रहें है। जिसे झरनों का शहर भी कहा जाता है। यहां के सुंदर प्राकृतिक नजारे पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। इसके साथ ही यहां पर बहुत से खूबसूरत मदिंर भी है। अगर आप भी वीकेंड का प्लान कर रहें है तो पिकनिक स्पॉट के रूप में आपको ये जगहें बेहद पसंद आएगी।

रांची में स्थित जोन्हा फॉल को गौतमधारा के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यहां पर गौतम बुद्ध ने स्नान किया था जिसके कारण इसका नाम गौतमधारा पड़ गया। यहां पर घूमने के लिए इतने पर्यटक आते है कि यहां पर मेला लग जाता है। इसके आस-पास का नज़ारा पर्यटकों को मंत्र-मुग्ध कर देता है लेकिन जून के मौसम में ज्यादा गर्मी पड़ने के कारण यह झरना सूख जाता है।

स्थानीय लोग जोन्हा को गंगा नाला भी कहते हैं, क्योंकि इसकी धारा गंगा घाट से आती है। इसकी ऊंचाई लगभग 150 फीट है। गांव से 453 कदम नीचे जाने पर आप झरने तक पहुंच जाएंगे। इस धारा की दूसरी तरफ कोनारडीह और दुआरसीनी गांव है।

राढू नदी के किनारे पर स्थित इस झरने के पास ही एक सीताधारी नामक छोटा सा गांव है। यहां पर ज्यादातर मौसम ठंडा ही रहता है। जिसके कारण यहां भारी मात्रा में पर्यटक घूमने के लिए आते है। इस शहर की हरी-भरी वादियों और खूबसूरत प्राकृतिक नजारों को देखकर आपका मन यहां से जाने को नहीं करेगा। यहां का पानी ऊंची पहाड़ी से गिरते हुए बहुत सुंदर लगता है।

वैसे तो सारा साल ही यहां पर पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है लेकिन मंगलवार और गुरुवार को इस जगह पर बहुत से पर्यटक आते है। बारिश होने पर यह फॉल और भी सुंदर हो जाता है। गौतमधारा के एक छोर पर बुद्ध को समर्पित एक मंदिर और आश्रम है, जिसे राजा बालदेवदास बिरला के बेटों ने बनवाया था।

इस मंदिर का निर्माण हिंदू धर्म के साथ-साथ आर्य धर्म की सभी शाखाओं, यानी बौद्ध, जैन, सिक्ख, सनातन और आर्य समाज के लिए भी करवाया गया है। इसके अलावा घूमने के लिए यहां पर प्राचिन समय में बनाए गए पहाड़ी और सूर्य मंदिर भी है।

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