Travel Time: 508 फीट की ऊंचाई पर बना है राजस्थान का यह ऐतिहासिक किला

punjabkesari.in Thursday, Mar 29, 2018 - 05:20 PM (IST)

भारत का इतिहास यूं ही खास नहीं माना जाता है। भारत में कई ऐतिहासिक किले और महल है, जो इस देश की शान कहलाते हैं। अपनी अलग-अलग खासियत और खूबसूरती के लिए मशहूर इन किलों को देखने के लिए विदेशों से भी लोग आते हैं। आज हम आपको भारत के सबसे विशाल चित्तौड़गढ़ दुर्ग के बारे में बताने जा रहे हैं। इस दुर्ग की खूबसूरती हर किसी का मन मोह लेती है। चलिए जानते हैं इस शानदार और प्राचीन किले के बारे में कुछ दिलचस्प बातें।

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में स्थित यह दुर्ग एक विश्व विरासत स्थल है, जोकि लगभग 700 एकड़ में फैला है। 508 फुट ऊंची पहाड़ी पर स्थित इस किले की लंबाई साढ़े तीन मील और चौढ़ाई एक मील है। इस दुर्ग के अंदर ही प्राचीन चित्तौड़नगर भी बसा हुआ है। इस किले में बना तलाब इसकी खूबसूरती को ओर भी बढ़ा देता है।

यह किला बेराच नदी के किनारे स्थित है। बताया जाता है कि 7वीं से 16वीं सदी तक यह राजपूत वंश का गढ़ रह चुका है, जो राजपूत वास्‍तुकला के बेमिसाल नमूनों में शामिल है। किले की पूर्वी दिशा में स्‍थित प्रवेशद्वार को सूरज पोल कहा जाता है। साथ ही इस किले में दो जलाशय हैं, जो विजय स्तंभ और राणा कुंभा के नाम से प्रसिद्ध हैं। इस किले के अंदर एक प्राचीन नगर के साथ-साथ कई मंदिर भी बने हुए है।

यह किला अपनी अनोखी वास्तुशिल्प, नक्काशी और सुंदर रंग-रोगन दुनियाभर में मशहूर है। यह किला बहुत शानदार और खूबसूरत है। इस किले तक पहुंचने के लिए आपको 1 मील तक का घुमावदार रास्ता और चढाई चढ़नी पड़ती है। इस महल में बने 122 फुट ऊंचे इस स्तम्भों को बनाने के लिए करीब 10 लाख रुपया खर्च किया गया है। इसके शिखर तक पहुंचने के लिए आपको 157 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। चित्तौड़गढ़ दुर्ग के 7 दरवाजे हैं, जोकि बहुत मशहूर है। नौ मंजिला इस महल को देखने के लिए टूरिस्ट दूर-दूर से आते हैं।


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