वर्ल्‍ड एड्स वैक्सीन डे: एड्स से बचाता है यह 1 टीका, 68% भारतीय आज भी अंजान

punjabkesari.in Monday, May 18, 2020 - 09:49 AM (IST)

आज दुनियाभर में 'वर्ल्‍ड एड्स वैक्‍सीन डे' मनाया जा रहा है, जिसका मकसद लोगों में एचआईवी और एड्स के बीच का अंतर समझाना है। अगर कोई व्‍यक्ति के एचआईवी पॉजिटिव हैं तो इसका यह नहीं कि उसे एड्स है। एचआईवी संक्रमण और एड्स होना दोनों अलग स्‍टेज हैं। जिस तरह लोगों को इस बीमारी के बारे में सही जानकारी नहीं होती उसी रह लोग एड्स वैक्सीन के बारे में भी अंजान है।

बता दें कि देशभर में सिर्फ एक ही वैक्सीन है, जो AIDS वायरस से बचाने में मदद करती हैं लेकिन लोगों को इसके बारे में जानकारी ना होने के कारण वह इसे लगवाते ही नहीं।

 

68% लोग है इलाज से अंजान

वर्ल्ड एड्स वैक्सीन डे यानि एड्स वैक्सीन अवेयरनेस डे हर साल 18 मई को मनाया जाता है, जिसकी शुरूआत 18 मई, 1998 को हुई। इस दिन लोगों को HIV/AIDS से बचाने के लिए वैक्सीन के फायदे समझाए जाते हैं। सिर्फ राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इससे बचाव के लिए एक ही वैक्सीन है लेकिन बावजूद इसके 68% भारतीय इससे अंजान है। इसके चलते वह वैक्सीन नहीं लगवाते, जिससे एचआईवी और उससे एड्स होने का खतरा बढ़ जाता है।

36.9 मिलियन लोग है एड्स से ग्रस्त

विश्व स्वास्थ्य संगठन के 2017 के आंकड़ों के अनुसार, 36.9 मिलियन लोग HIV से ग्रस्त हैं, जिसका कारण लोगों में इसी जागरूकता की कमी है। हालांकि अभी इस पर बहुत शोध करने की जरुरत है। मगर शोधकर्ताओं का कहना है कि अगर इसके बारे में आपको सही जानकारी हो तो बचाव किया जा सकता है।

HIV और AIDS में फर्क

एचआईवी (ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस) एक ऐसा वायरस है, जो इम्यून सिस्टम के T-Cells पर हमला करता है। वहीं एड्स (एक्वायर्ड इम्‍यूनो-डिफिशिएंसी सिंड्रोम) एक मेडिकल सिंड्रोम है, जो एचआईवी संक्रमण के बाद सिंड्रोम के रुप में सामने आता है। एचआईवी एक इंसान से दूसरे इंसान को हो सकता है लेकिन एड्स नही। यदि कोई एचआईवी से संक्रमित है तो यह जरूरी नहीं कि उसे एड्स हुआ हो। हालांकि एचआईवी संक्रमित व्यक्ति में एड्स होने का संभावना बढ़ जाती है।

HIV वायरस से होता है एड्स

हानिकारक एजेंट्स से लड़ने के लिए मानव के शरीर में प्राकृतिक रक्षा तंत्र होता है जिसे इम्यून सिस्टम कहते हैं। शरीर को बीमारियों से बचाने के लिए इम्यून सिस्टम सफेद रक्त कोशिकाओं को इस्तेमाल करता है। इन कोशिकाओं की सतह पर एक ग्लाइकोप्रोटीन CD4 होता है। वहीं, एचआईवी वायरस इम्यून सिस्टम पर अटैक करके उसे कमजोर कर देता है और CD4 को कम करता है, जिसकी वजह से आप एड्स की चपेट में आ जाते हैं।

ऐसे करें वायरस से बचाव

बचाव के लिए सबसे अच्‍छा तरीका है कि आप एचआईवी वैक्सीनेशन लगवाएं। साथ ही HIV इंफेक्‍शन के बारे में अधिक-से अधिक जानकारी प्राप्‍त करें। चलिए जानते हैं कि तरह आप एचआईवी इंफेक्‍शन के खतरे से सुरक्षित रह सकते हैं-

-उन खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें जिनके दूषित होने ठीक संभावनाएं हों जैसे कच्चे अंडे, फलों का जूस आदि।
-गंदा पानी पीने से भी एचआईबी एड्स फैलने की संभावना बढ़ जाती है इसलिए दूषित पानी का सेवन ना करें।
-सुरक्षित यौन संबंध बनाएं। संबंध बनाते समय सेफ्टी का ध्यान रखें।
- अगर एसटीडी है, तो एचआईवी इन्फेक्शन होने की आशंका बढ़ जाती है। एसटीडी अगर सिफलिस, कैंक्रॉइड्स, जेनिटल हपीर्ज या गोनोरिया है, तब यह आशंका बहुत ज्यादा होती है। ऐसे में समय-समय पर जांच करवाना जरूरी है।

Content Writer

Anjali Rajput