भारत में ही नहीं विदेश में भी मशहूर हैं ये 5 यूनिवर्सटी, दूर - दूर से पढ़ने आते हैं स्टूडेंट्स
punjabkesari.in Thursday, Mar 31, 2022 - 01:47 PM (IST)
वैसे तो भारत हर किसी काम में विदेश को मुकाबला देता है। शिक्षा की बात करें तो भारत को कोई टक्कर नहीं दे सकता। यहां पर विद्यार्थियों को केवल पढ़ाया ही नहीं जाता बल्कि उन्हें एक उज्जवल भविष्य के लिए तैयार किया जाता है। शुरु से ही भारत शिक्षा के मामले में समृद्ध रहा है। प्राचीन काल से ही नालंदा, तक्षशिला और विक्रमशिला जैसी महान यूनिवर्सटी इस बात का संकेत रही हैं। तो चलिए बताते हैं आपको भारत की कुछ ऐसी ही यूनिवर्सटी के बारे में...
जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सटी
जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सटी भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है। भारतीय ही नहीं यहां विदेश से भी छात्र पढ़ने के लिए आते हैं। इस यूनिवर्सटी में भारतीय छात्रों की पसंद के सारे कोर्सेस मौजूद हैं। यहां पर लगभग 8 हजार छात्र पढ़ते हैं। इसे भारत के सबसे बेहतरीन विश्वविद्यालय में गिना जाता है। इसकी स्थापना 1969 में हुई थी। इस विश्वविद्यालय का नाम भारत के पहले प्रधानमंंत्री जवाहर लाल नेहरु के नाम पर किया गया था। वर्ष 2017 में राष्ट्रपति से सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय का पुरस्कार मिला था। निमर्ली सीतारमण, जे.एस शंकर जैसे दिग्गज नेता भी इसी यूनिवर्सटी से पढ़े हुए हैं।
यूनिवर्सटी ऑफ कोलकता
इसकी स्थापना सन् 1857 में की गई थी। ये भारत की सबसे पुरानी यूनिवर्सटी में से एक है। इस यूनिवर्सटी में साइंस का सबसे बड़ा नैनो सांइस और नैनो टेकनोलोजी सेंटर है जो कि विदेशी छात्रों को भी अपनी ओर आकर्षित करता है। दिल्ली यूनिवर्सटी के बाद इसे दुनिया की सबसे बड़ी यूनिवर्सटी माना जाता है। विदेश से भी बच्चे इस यूनिवर्सटी में पढ़ने के लिए आते हैं।
दिल्ली यूनिवर्सटी
दिल्ली में जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सटी भी बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए बहुत ही अच्छी मानी जाती है। इसकी स्थापना सन् 1922 में हुई थी। छात्रों के लिए यहां पर सारी स्ट्रीम की पढ़ाई मौजूद है। जियोलॉजी, सोशलॉजी, केमिस्ट्री और हिस्ट्री में यह डिग्री प्रदान करती है। भारत ही नहीं बल्कि विदेश से भी छात्र यहां पढ़ने के लिए आते हैं।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ सांइस
बैंगलोर में स्थित यह यूनिवर्सटी टैक्नोलोजी और इंजीनियरिंग साइंस को लेकर पूरे विश्व में मशहूर है। यह यूनिवर्सटी लगभग 400 एकड़ में फैली हुई है। इसमें लगभग 40 डिर्पाटमेंटस है। बेहतरीन रिसर्च और अच्छे - अच्छे वैज्ञानिक उपकरणों के कारण यह यूनिवर्सटी पूरे विश्व में मशहूर है। इसकी स्थापना सन् 1909 में हुई थी। विदेश से भी छात्र यहां पढ़ने के लिए आते हैं।
बनारस हिंदू यूनिवर्सटी
सन् 1916 में बसंत वाले दिन इस यूनिवर्सटी की स्थापना हुई थी। वाराणसी में स्थित यह यूनिवर्सटी बी.एच.यू के नाम से प्रसिद्ध है। यह एशिया की सबसे ज्यादा विख्यात माने जाने वाले विश्वविद्यालय में से एक है। इसमें लगभग 30 हजार से ज्यादा विद्यार्थी पढ़ाई करते हैं। विश्व के अलग-अलग भागों से छात्र यहां पढ़ने के लिए आते हैं।