गलत दिशा में बना खाना भी करता है सेहत खराब, जानिए किचन से जुड़े वास्तु दोष

punjabkesari.in Thursday, Dec 12, 2019 - 07:39 PM (IST)

आपने घर के बड़ों को कई बार कहते सुना होगा कि जैसा अन्न वैसा मन, मतलब हम जैसा भोजन खाते हैं उसका सीधा असर हमारे मन पर पड़ता है। ऐसे में जितना हो सके व्यक्ति को शुद्ध और गुणों से भरपूर भोजन करना चाहिए। ताकि उसका शारीरिक और मानसिक विकास बेहतर तरीके से हो सके। वहीं अगर आप अपनी रसोई बनाते समय वास्तु संबंधी नियमों पर भी ध्यान दें तो सोने पर सुहागा। जी हां, रसोईघर में वास्तु से जुड़ी गलतियां भी आपके जीवन में परेशानियों की वजह बनती हैं। आइए जानते हैं इनसे बचने के कुछ आसान उपाय...

 

दिशाओं पर दें ध्यान

सुख और समृद्धि का प्रतीक रसोई घर का सही दिशा में होना बहुत जरुरी है। रसोई घर बनवाने के लिए घर का दक्षिण-पूर्व कोना सबसे उपयुक्त माना जाता है। दक्षिण−पूर्वी दिशा अग्नि तत्व को नियंत्रित करने में अपनी विशेष भूमिका निभाती है। अगर आपके लिए घर के इस कोने में किचन बनवाना संभव नहीं है तो घर की उत्तर-पश्चिम कोने में भी रसोई घर बनवा सकते हैं। घर के उत्तर-पूर्व कोने में कभी भी किचन न बनवाएं, इस दिशा में रसोई घर होने से आपको जीवन में आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

किचन गैस स्टोव

रसोई घर में गैस स्टोव हमेशा दक्षिण-पूर्व दिशा में ही रखना चाहिए। इस दिशा में खाना पकाने से आपका मुख पूर्व दिशा की तरफ होगा, जो वास्तु के लिहाज से बहुत ही शुभ माना जाता है। वास्तु के अनुसार इस दिशा में पका खाना आप और परिवार वालों की सेहत हमेशा ठीक रखता है। इस दिशा के अतिरिक्त और अन्य किसी दिशा में रखा गया गैस स्टोव परिवार की सेहत पर बुरा असर डाल सकता है।

सिंक व नल

रसोईघर में सिंक और नल गैस स्टोव से जितना हो सके दूर लगवाएं। असल में आग पानी के बिल्कुल विपरीत तत्व है, ऐसे में इन दोनों को एक दूसरे से जितना हो सके दूर रखें। सिंक को किचन के उत्तर−पूर्व दिशा में लगवाया जा सकता है। ठीक इसी प्रकार, किचन में लगाया जाने वाला फिल्टर और पानी का  मटका उत्तर−पूर्व दिशा में ही रखना चाहिए।

किचन एप्लाइंसेस

आज के मार्डन युग में किचन एप्लाइसेंस के बगैर हर किचन अधूरा है। इनकी देखभाल जितनी जरुरी है, उतना ही वास्तु के अनुसार इन्हें सही दिशा में रखना भी आवश्यक है। सभी इलेक्ट्रिकल एंप्लाइसेंस को रसोई के दक्षिण या दक्षिण−पूर्व दिशा में ही रखा जाना चाहिए। इन्हें भूलकर भी उत्तर−पूर्व दिशा में न रखें। वहीं अगर आप अपनी किचन में फ्रिज रख रहे हैं तो उसे पश्चिम, दक्षिण, दक्षिण−पूर्व व दक्षिण पश्चिम दिशा में रखा जा सकता है।

स्टोरेज का सामान

रसोईघर में चीजें स्टोर करने के लिए बनी अलमारी को दक्षिणी या पश्चिमी दीवार के साथ ही लगवाएं। ऐसी अलमारियों को उत्तर या पूर्व की दीवारों पर बनवाने से बचना चाहिए। ऐसा करने से घर के मुख्य सदस्य को नौकरी संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

रंग

किचन के लिए हमेशा येलो, रोज, चॉकलेट-ब्राउन, ग्रीन और ऑरेंज आदि रंगों का उपयोग करना चाहिए। रसोई घर में किसी भी तरह के काले रंग का उपयोग नहीं करना चाहिए। क्रॉकरी खरीदते वक्त भी काले रंग से परहेज करना चाहिए। काले रंग की प्लेट्स में खाना खाने से सेहत को नुकसान पहुंचता है। तभी वास्तु के लिहाज से ऐसा करना सही नहीं माना जाता।

इन बातों का भी रखें ध्यान

-वास्तु के मुताबिक बाथरुम के नजदीक किचन नहीं बनवाना चाहिए। 
-रसोईघर के भीतर पूजा घर बनवाने से भी आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। 
-किचन के दरवाजे भी उत्तर-पश्चिम दिशा में खुलने से ही शुभ माने जाते हैं। 
-खाना पकाते वक्त कम से कम बात करनी चाहिए, जितना हो सके भगवान का नाम लेते हुए खाना पकाना चाहिए। 
-भगवान का नाम लेकर खाना पकाने से जीवन के सभी वास्तु दोष समाप्त हो जाते हैं।

तो ये थे वास्तु से जुड़े कुछ खास जरुरी टिप, जो आपके जीवन में आर्थिक परेशानियों को दूर करने के साथ-साथ सेहत संबंधित परेशानियां भी खत्म करेंगे। 

Content Writer

Harpreet