यादें: चांद-तारों की सैर करना चाहते थे सुशांत, मौत के साथ दबी गई सारी ख्वाहिशें
punjabkesari.in Tuesday, Jan 21, 2025 - 10:19 AM (IST)
नारी डेस्क: चेहरे में मासूमियत, आंखों में ढेर सारे सपने... आज हम उस इंसान की बात कर रहे हैं जो जिंदगी में बहुत कुछ करना चाहता था पर एक वक्त ऐसा आया जब उसने जीने की इच्छा ही छोड़ दी और अपने हाथों से खुद को अपने सपनों को हमेशा के लिए मार दिया। आज 21 जनवरी, 1986 के दिन बिहार के पटना शहर में जन्मे सुशांत सिंह राजपूत का आज जन्म दिवस है। जो अब हमारे बीच तो नहीं है लेकिन उनकी यादें आज भी जिंदा है और हमेशा रहेगी।
वैसे तो सभी के चहेते सुशांत को लोग कभी नहीं भूलते हैं लेकिन बर्थ एनिवर्सरी में उनसे जुड़ी यादें फिर ताजा हो जाती हैं। 'पीके', 'छिछोरे', 'एमएस धोनी' में अपनी दमदार एक्टिंग से लोगों के दिलों में राज करने वाले सुशांत ने अपनी एक अलग दुनिया बना रखी थी। तभी तो उन्होंने चांद पर प्लॉट भी खरीदा था। हालांकि सुशांत के बहुत से सपने ऐसे थे जो हमेशा- हमेशा के लिए अधूरे रह गए। मरने से कुछ समय पहले ही सुशांत ने अपने सपनों की लिस्ट फैंस के साथ शेयर की थी।
इस लिस्ट में एक्टर ने हर बड़ी छोटी उस चीज का जिक्र किया था जो वह हासिल करना चाहते थे। लेम्बोर्गिनी के मालिक होने से लेकर डबल-स्लिट प्रयोग करने तक 1,000 पेड़ लगाने से लेकर मोर्स कोड सीखने तक – एक्टर की लिस्ट में अलग अलग चीजों का जिक्र था। 'हवाई जहाज उड़ाना सीखें, आयरनमैन ट्रायथलॉन के लिए ट्रेन, -बाएं हाथ से क्रिकेट मैच खेलें, बच्चों को अंतरिक्ष के बारे में जानने में मदद करें, चैंपियन के साथ टेनिस खेलें , एक सप्ताह के लिए चंद्रमा, मंगल, बृहस्पति और शनि के चार्ट प्रक्षेपवक्र -ब्लू-होल में गोता लगाएं' ये सब थे सुशांत के सपने जिसे पूरा करने से पहले ही वह दुनिया को अलविदा कह गए।
इतना ही नहीं सुशांत कैलाश पर्वत पर मेडिटेशन करना और एक विजेता के साथ पोकर खेलना चाहते थे। चैम्पियन के साथ शतरंज खेलने की इच्छा भी वह रखते थे, लेकिन इनमें से वह कुछ भी पूरा नहीं कर पाए। सुशांत हमेशा कुछ नया करने की इच्छा रखा करते थे और ऐसी चीजों पर हाथ आजमाने के लिए एक्ससाइटेड रहते थे। इस बात का सबूत था जब उन्होंने प्लेन में अपनी पहली उड़ान भरी थी। सुशांत ने अपनी ड्रीम लिस्ट में हमेशा कुछ नया करने की चाह रखी थी। आज भी मन में यही सवाल बार- बार उठता है कि आखिर क्यों सुशांत ने इस दुनिया से मुंह फेर लिया।