Women Care: मेनोपॉज शुरू होने की 12 निशानियां

punjabkesari.in Monday, Nov 02, 2020 - 10:13 AM (IST)

40-55 की उम्र के आस-पास पीरियड्स बंद हो जाते है, जिसे मेनोपॉज कहा जाता है। मेनोपॉज में महिला की बॉडी में कई तरह के हार्मोनल, शारीरिक और मानसिक बदलाव होने लगते है, जिसके कारण महिलाओं को कई गंभीर बीमारियों का सामना भी करना पड़ता है। ऐसे में अगर पहले ही मेनोपॉज के लक्षणों को जान लिया जाए तो डाइट व लाइफस्टाइल में थोड़े से बदलाव करके आप इसके कारण होने वाली समस्याओं से बच सकती हैं।

 

अगर आपको भी 50 की उम्र के आसपान यह लक्षण दिखाई दें रहे हैं तो समझ लें कि आपको पीरियड्स बंद होने वाले हैं। ऐसे में अपनी डाइट में हेल्दी फूड्स शामिल करें और डेली रूटीन से एक्सरसाइज करें, ताकि आप इस दौरान होने वाली समस्याओं से बच सकें।

हॉट फ्लैशेस

हॉट फ्लैश (गर्माहट) महसूस होना मेनोपॉज का सबसे पहला लक्षण है, जो बॉडी के पूरे हिस्से में महसूस होता है। अधिकतर महिलाओं को मेनोपॉज के बाद 1-2 सालों तक इस लक्षण का अनुभव होता है।

अनियमित पीरियड्स या पीरियड्स का मिस होना

मेनोपॉज की स्थिति आने से पहले अनियमित पीरियड्स या पीरियड्स का मिस हो जाने की समस्या भी होती है। कई बार तो महिलाओं को 6-6 महीने बाद पीरियड्स आते हैं। कुछ महिलाओं में तो इस दौरान ब्लीडिंग भी काफी कम होती है।

यूटीआई इंफेक्‍शन

इस समय एस्ट्रोजेन का कम लेवल और यूरीन मार्ग में परिवर्तन होता रहता है, जिसके कारण यूटीआई इंफेक्शन की समस्या हो जाती है। ऐसे में आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

नींद न आना

कभी कभी आप जल्दी उठ जाती हैं या सोने के समय नींद ही नहीं आती। वहीं कई बार रात को पसीना आना, बेचैनी और तनाव की वजह से नींद खराब हो जाती है। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो यह मेनोपॉज के लक्षण हो सकते हैं।

मानसिक बदलाव

यूं तो मूड में बदलाव पीएमएस के दौरान भी होते हैं लेकिन अगर आप 50-51 के नजदीक मानसिक बदलाव महसूस कर रही हैं तो यह मेनोपॉज के लक्षण है। इस दौरान आपको रोना आ सकता है या आप चिढ़चिढ़ी हो सकती है।

लगातार यूरीन आना

मेनोपॉज के दौरान अपने ब्‍लैडर पर कंट्रोल कम हो जाता है, जिसके कारण आपको बार-बार पेशाब आता है। इसके लिए अधिक शराब के सेवन से बचें, हाइड्रेटेड रहें और किगल एक्सरसाइज करें।

थकान

रोजमर्रा के कामों को करते वक्त भी थकान महसूस हो तो वो भी इसका लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में आप घबराए नहीं और अपने चिकित्सक से सलाह लें।

वेजाइना में ड्राईनेस

मेनोपॉज के दौरान योनि में लुब्रिकेशन की मात्रा कम हो सकती है, जिसके कारण वेजाइना में ड्राईनेस आ जाती है। ऐसे में आपको अपने डॉक्टर से चेकअप करवाना चाहिए।

कमजोर हड्डियां

मेनोपॉज से पहले बोन डेंसिटी कम हो जाती है, जिसके कारण ना सिर्फ हडिड्यां कमजोर हो जाती है बल्कि इससे जोड़ों में दर्द जैसी समस्याएं भी देखने को मिलती है।

वजन बढ़ना

शरीर में हार्मोन इम्बैलेंस होने के कारण मेनोपॉज से पहले वजन भी बढ़ सकता है। ऐसे में आपको अपने लाइफस्टाइल पर खास ध्यान देना चाहिए।

त्वचा में ड्राईनेस

इससे सिर्फ वेजाइना ही नहीं बल्कि त्वचा भी ड्राई हो जाती है। साथ ही मेनोपॉज से पहले पिंपल्स, मुहांसे जैसी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है।

बालों का झड़ना

वैसे तो आजकल कम उम्र में भी बाल झड़ने की समस्या दिखाई देती है लेकिन अगर बाल गुच्छे में टूटने लगे तो समझ लें आपको मेनोपॉज होने वाला है।

Content Writer

Anjali Rajput