Alert! रोजाना की ये 7 आदतें खराब कर सकती हैं आपका दिमाग

punjabkesari.in Monday, Sep 09, 2019 - 10:23 AM (IST)

ब्रेन डैमेज एक चोट है जो मस्तिष्क कोशिकाओं को खत्म कर देती है। दिमाग शरीर की अधिकांश गतिविधियां जैसे -विचार, स्मृति, हाथ और पैर की एक्टिविटी को कंट्रोल करता है। वहीं मस्तिष्क शरीर के भीतर कई अंगों के कार्य को भी नियंत्रित करता है। इसका मतलब है, आपका मस्तिष्क आपके शरीर के लगभग हर कार्य के लिए जिम्मेदार है। मगर आप डेली रूटीन में कुछ ऐसी गलतियां दोहरा रहें है, जो आपके ब्रेन को डैमेज कर रही हैं। जी हां आपकी कुछ आदतें ऐसी हैं जो आपके मस्तिष्‍क को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचा रही हैं। अपने मस्तिष्क को स्वस्थ रखने और ठीक से काम करने के लिए इन 5 खतरनाक आदतों से बचना बहुत जरूरी है।

 

अगर आप भी रोजमर्रा में ये काम करते हैं तो संभल जाए क्योंकि लंबे समय तक इन आदतों को अपनाना आपके ब्रेन के लिए हानिकारक हो सकता है।

ब्रेकफास्ट स्किप करना

ब्रेकफास्ट स्किप करने से ब्रेन को पर्याप्त न्यूट्रीशन और एनर्जी नहीं मिल पाती, जिससे ब्रेन के फंक्शन्स काम करना बंद कर देते। इससे ना सिर्फ काम में मन नहीं लगता बल्कि ब्रेन भी डैमेज हो सकता है।

नमक का ज्‍यादा सेवन

शोध के मुताबिक, अधिक मात्रा में नमक का सेवन रक्तचाप के जोखिम को बढ़ा सकता है, जिससे कमजोर याददाश्‍त और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप इसका सेवन लिमिट में करें।

सेल फोन का ज्यादा यूज

लोग मोबाइल फोन की लत में इस कदर फंस चुके हैं कि रात को घंटों इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे नींद पूरी नहीं हो पाती, जिससे शरीर थका रहता है और दिमाग भी तरोताजा नहीं रहता। शारीरिक और मानसिक थकान दूर नहीं होने पर स्वभाव में चिड़चिड़ापन व अकेलापन आने लगता है जो डिप्रेशन का रूप ले लेता है। वहीं मोबाइल फोन से निकलने वाली यूवी रेज ब्रेन को डैमेज कर देती है।

नींद की कमी

अगर आप भी मोबाइल या काम के चक्कर में घंटों तक जागते हैं तो संभल जाए। आपकी यह आदत दिमाग को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचा रही है। देर रात सोने से ब्रेन सेल्स कमजोर होने लगते है और दिमाग काम करना बंद कर देता है। वहीं अगर पर्याप्त नींद न मिले तो दिमाग को नुकसान पहुंचाने वाले अणु बढ़ जाते हैं, जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।

ओवरईटिंग

ओवरईटिंग न केवल आपका वजन बढ़ाता है बल्कि इससे दिमाग को भी नुकसान होता है। रिसर्च के अनुसार, समय के साथ उच्च कैलोरी का सेवन वास्तव में किसी व्यक्ति की स्मृति हानि के विकास को बढ़ा सकता है।

पर्याप्त पानी न पीना

पानी न सिर्फ हमारी बॉडी को हाइड्रेट रखता है बल्कि दिमाग को भी स्वस्थ रखने में मदद करता है। दिन में 8-9 गिलास से कम पानी पीने से न सिर्फ हमारा शरीर बल्कि हमारा दिमाग भी काम करना बंद कर देता है जिससे दिमाग धीरे-धीरे डैमेज होने लगता है।

ज्यादा मीठा खाना

बहुत ज्यादा मीठा खाने से बचना चाहिए क्योंकि आपकी इस आदत से भी यादाश्त को नुकसान पहुंच सकता हैं। साथ ही याद करने की क्षमता भी कम हो जाती है। बेहतर होगा कि अपनी डाइट में मीठे को कम करें और हैल्दी चीजों का सेवन करें जो दिमाग के लिए बेस्ट फूड्स साबित हो।

Content Writer

Anjali Rajput