Sawan: दुनियाभर में इन 7 स्थानों पर है भोलेनाथ की सबसे ऊंची प्रतिमाएं
punjabkesari.in Tuesday, Aug 10, 2021 - 06:03 PM (IST)
दुनियाभर में शिव भक्तों की कमी नहीं है। वहीं सावन के महीने में तो लोग खासतौर पर शिव भक्ति में लीन होते हैं। लोग इस दौरान व्रत रखने के साथ मंदिरों में पूजा व दर्शन करने जाते हैं। वहीं भोलेनाथ के किसी मंदिर में छोटी तो किसी में बड़ी मूर्ति स्थापित है। मगर आज हम आपको भगवान शिव की 7 सबसे भव्य प्रतिमाओं के बारे में बताते हैं, जिसके आप दूर से ही दर्शन कर सकते हैं। चलिए जानते हैं इनके बारे में..
नेपाल, कैलाशनाथ मंदिर
भारत के पडौ़सी देश नेपाल के चित्तपोल इलाके में स्थापित शिव की मूर्ति करीब 143 फुट ऊंची है। माना जाता है कि इस भव्य मूर्ति को बनाने में लगभग 6 साल और करीब 11 करोड़ रुपए खर्च हुए थे।
कर्नाटक, मुरुदेश्वर मंदिर
कर्नाटक का मुरुदेश्वर मंदिर दुनियाभर में बेहद ही प्रसिद्ध है। यह मंदिर तीनों ओर से पानी द्वारा घिरा हुआ है। यहां पर स्थापित शिव जी मूर्ति लगभग 123 फीट ऊंची है।
तमिलनाडु, आदियोगी मंदिर
तमिलनाडु के कोयंबटूर में भगवान शिव की 112 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित है। यह भव्य मूर्ति यहां आने वाले पर्यटकों का सेंटर ऑफ अट्रैक्शन है। इस मूर्ति के दर्शन करने के लिए हर साल हजारों की गिनती में लोग आते हैं। इसे भारत की पहली और इकलौती मूर्ति है जो आधी बनकर स्थापित हुई है।
मॉरीशस, मंगल महादेव
मंगल महादेव, मॉरीशस का सबसे पवित्र स्थान कहलाता है। इस मंदिर में स्थापित भगवान शिव की प्रतिमा करबीब 108 फीट ऊंची है। ऐसे में ये बेहद दूर से भी भक्तों को दिखाई देती है। झील के किनारे पर स्थापित इस मंदिर की खूबसूरती को देखकर किसी का भी मन खिल उठता है।
उत्तर प्रदेश, शिव प्रतिमा
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद की गंगा नदी के तट पर भोलेनाथ की करीब 108 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित है। वाघबंर पर स्थापित यह शिव मूर्ति दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमाओं में से एक मानी जाती है।
सिक्किम, सिद्धेश्वर नामची शिव
सिक्किम में सिद्धेश्वर नामची शिव मंदिर में भी भोलेनाथ की ऊंची प्रतिमा स्थापित है। बता दें, इस प्रतिमा की ऊंचाई 108 फीट है। इस मंदिर की खासियत है कि यहां पर शिव जी पूर्ति के साथ उनके ज्योतिर्लिंग भी स्थापित है।
उत्तराखंड, हर की पौड़ी
हरिद्वार के हर की पौड़ी के पास शिव जी की बेहद ही खूबसूरत व ऊंची प्रतिमा है। इसकी ऊंचाई लगभग 100 फीट मानी जाती है। यहां पर शिव जी की मूर्ति के दर्शन करने के लिए देश-विदेश से पर्यटक आते हैं।