सर्दियों में नहीं बहेगी बच्चे की नाक अगर खिलाएंगे ये 5 चीजें

punjabkesari.in Monday, Dec 16, 2019 - 03:18 PM (IST)

बच्चे की नाक बहते रहना काफी Irritable होता है। जहां बच्चा खुद इससे परेशान रहता है वहीं लोग भी बच्चे को गोद में उठाने या फिर प्यार करने से झिझकते हैं। यदि सर्दियों के दौरान आपके बच्चे की भी नाक बहती रहती है तो उन्हें इस बार कछ खास चीजों का सेवन कराना न भूलें। जैसे कि...

तुलसी के पत्ते

तुलसी हर समस्या का समाधान है। सेहत से लेकर हेल्थ प्रॉबल्मस को दूर करने में इसका कोई मुकाबला नहीं। बच्चे की बहती नाक रोकने में भी तुलसी नायाब काम करती है। बच्चे की बहती नाक रोकने के लिए 4 से 5 तुलसी के पत्तों में 1 टीस्पून शहद या थोड़ा सा गुड़ मिलाकर अच्छी से पीसने के बाद उसे दें। बहती नाक को रोकने के साथ-साथ तुलसी का यह पेस्ट खांसी, जुकाम और बंद नाक जैसी परेशानियां भी खत्म करता है।

अजवायन

बच्चे की बहती नाक रोकने के लिए अजवाइन को तवे पर सेक लें। सेंकने के बाद इसे मलमल के कपड़े में बांधकर अपने हाथ से बच्चे को सुंघाएं। ऐसा करने से बच्चे को बहुत जल्द राहत महसूस होगी।

शहद

नाक बहने से रोकने का एक और तरीका है आधा गिलास गुनगुने पानी में 1 चम्मच शहद और आधा नींबू का रस डालकर बच्चे को पिलाएं। अगर आप रोजाना बच्चे को यह पानी पिलाएंगे तो उसकी नाक कभी नहीं बहेगी। शहद और नींबू के एंटी-ऑक्सीडेंट गुण बच्चे के इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग बनाने में मदद करते हैं।

गर्म पानी

बहती नाक से बच्चे को बचाने के लिए उसे सर्दियों में गुनगुना पानी ही पिलाएं। गुनगुना पानी पीने से भी बच्चे को राहत महसूस होगी। आप चाहें तो पानी में 1 टीस्पून नमक भी डाल सकती हैं।

काढ़ा

बहती नाक को रोकने के लिए काढ़ा भी काफी फायदेमंद होता है। एक गिलास पानी में लौंग, इलायची, अजवायन, तुलसी, अदरक, हल्दी आदि डालकर उबाल लें। जब ये सब चीजें अच्छे से उबल जाएं तो ठंडा होने के बाद इसे छानकर बच्चे को पिलाएं। बच्चा काफी अच्छा महसूस करेगा।

नीलगिरी का तेल

नीलगिरि का तेल बच्चे को सुंघाने से भी काफी लाभ मिलता है। एक रुमाल लेकर उसपर 3 से 4 बूंदे इस तेल की डालें, और बच्चे को दिन में दो से तीन बार सुंघाएं। ऐसा करने से नाक बंद और बहने की समस्या दूर हो जाएगी।

तो इन सब घरेलू उपायों से दूर करने बच्चे के बहते नाक की समस्या। जितना हो सके अधिक सर्दी के दौरान बच्चे को घर के बाहर ले जाने से परहेज करें। उसके खान-पान पर भी विशेष ध्यान दें। न केवल ठंडी चीजों से बल्कि तली-भुनी चीजों से भी बच्चे को दूर रखें। हफ्ते में एक या दो बार से ज्यादा फ्राइड फूड बच्चे को देने से बचें ।

Content Writer

Harpreet