नॉनवेज नहीं खाते तो प्रोटीन में खाएं ये 5 दालें

punjabkesari.in Thursday, Mar 29, 2018 - 01:40 PM (IST)

हाई प्रोटीन दाल : दालों को प्रोटीन का स्त्रोत माना जाता है। इसके अलावा इसमें ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीरिक और मानसिक विकास के लिए बहुत जरूरी होते हैं। दालों के दो प्रकार होते हैं साबुत दाल और बिना छिलके की दाल लेकिन साबुत दालें सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। अगर इसे अंकुरित करके खाया जाए तो इसकी पौष्टिकता और भी बढ़ जाती है। अंकुरित दालों में विटामिन्स, खनिज लवण बहुत अधिक मात्रा में पाए जाते हैं जो पचाने भी बहुत आसान होते हैं। दालों की एक खासियत और भी है इसे आंच पर पकाने के बाद इसकी पौष्टिकता खत्म नहीं होती। आज हम आपको दालों में पाए जाने वाले तत्वों और दालों के फायदे के बारे में बताएंगे।

1. चने या चने की दाल


यह शरीर को स्वास्थ रखने के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, नमी, कैल्शियम, आयरन व विटामिन्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो शरीर  कब्ज, डायबिटिज और पीलिया जैसे रोगों को दूर करने में मदद करते हैं।

2. मूंग की दाल


मूंग की दाल में कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और विटामिन्स काफी मात्रा में पाए जाते है। अगर इसे अंकुरित करके खाया जाए तो इसकी पौष्टिकता दोगुनी हो जाती है। टायफाइड होने पर इसके सेवन से रोगी को बहुत राहत मिलती है। इससे बनी खिचड़ी कब्ज के रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होती है।

3. अरहर दाल


इसमें प्रोटीन के अलावा कार्बोहाइड्रेट, आयरन, कैल्शियम आदि भी पाया जाता है। इसे पचाना थोड़ा मुश्किल होता है इसलिए गैस, कब्ज एवं सांस के रोगियों को अरहर दाल का सेवन नहीं करना चाहिए।

4. उड़द की दाल


उड़द की दाल में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन्स, कैल्शियम व प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यह दाल खाने में ठंडी होती है। जिन लोगों को बवासीर, गठिया, दमा एवं लकवा जैसी समस्या होती है। उन्हें इसका सेवन कम ही करना चाहिए।

5. मसूर की दाल


मसूर की दाल में फोलेट, विटामिन बी1, मिनरल्स, पोटाशियम, आयरन बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है। यह पेट के रोगों, पाचन क्रिया संबधित से समस्याओं को दूर रखने में काफी फायदेमंद होती है। इसका सूप बना कर पीने से आंतों और गले से संबंधित रोगों से राहत मिलती है। एनीमिया के रोगी के लिए यह दाल बहुत ही फायदेमंद है।

 

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