तेजी से वजन कम करेंगे ये 5 आसान योगासन, जान लें करने का सही तरीका

punjabkesari.in Thursday, Nov 14, 2019 - 09:30 AM (IST)

योग ना सिर्फ तन-मन को स्वस्थ रखता है बल्कि वजन घटाने में भी मदद मिलती है। नियमित रुप से योग करने से आप लगभग 600 से 800 कैलोरी तक बर्न कर सकते हैं। साथ ही योग आपके शरीर को लचीला और तंदरुस्त बनाता है। आज हम आपको वजन कम करने वाले ऐसे ही कुछ योगासन के बारे में बता रहे हैं, जो एक्स्ट्रा फैट को कम करने में आपकी मदद करेंगे। यह आसन इतने आसान है जिसे आप घर पर ही करके अपना वजन तेजी से कम कर सकती हैं।

चलिए जानते हैं वजन कम करने वाले आसनों के बारे में...

नौकासन

अगर इसकी नियमित रूप से प्रैक्टिस की जाए तो बहुत ही जल्द पेट की चर्बी से निजात पाई जा सकती है। यही नहीं, यह पाचन तंत्र, किडनी और कमर दर्द के लिए भी फायदेमंद है।

करने का तरीका

इसके लिए मुंह ऊपर की ओर करके पीठ के बल सीधे लेटें। हाथों को सीधा कमर से सटा कर हथेलियों को जमीन की और रखें। अब धीरे-धीरे गर्दन ऊपर उठाते हुए उसी समान पैर भी उठाएं और एक नौका का रूप लें। इस मुद्रा में करीब 25-30 सेकंड तक रूकने के बाद सामान्य हो जाए।

भुजंगासन

पेट की चर्बी को कम करने के लिए रोजाना  भुजंगासन करें। इस आसन को करते समय पेट के हिस्से में ज्यादा खिंचाव डालें। नियमित रूप से ऐसा करने पर आपके पेट की एक्स्ट्रा चर्बी गायब हो जाएगी।

करने का तरीका

इसके लिए जमीन पर बैठ जाएं और फिर हथेली को कंधे के सामान लाएं। दोनों पैरों के बीच की दुरी को कम करके उन्हें सीधा एवं तना हुआ रखें। अब सांस लेते हुए शरीर के अगले भाग को नाभि तक उठाएं। इस बात का ध्यान रहे कि शरीर को ऊपर उठाते समय कमर में ज्यादा खिचांव ना आएं। इस स्थिति में धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें, फिर कुछ बाद सामान्य स्थिति में आ जाएं। शुरूआत में इस आसन को 3-4 बार करें।

वीरभद्रासन

वीरभद्रासन शरीर को शक्ति और दृढ़ता देने वाला योग है। इसे तीन तरीकों से किया जाता है। इस आसन से पेट के दोनों तरफ जमा फैट भी कम होता है। जिन लोगों को बेली फैट की शिकायत है उनके लिए यह आसन काफी मददगार है। साथ ही इससे शरीर की एक्स्ट्रा चर्बी भी कम होती है।

वीरभद्रासन की पहली विधि

सबसे पहले सीधे खड़े हो जाए। फिर सांस अंदर लें और पैरों को खोल लें। अपने दाएं तलवे को सीधा रखें और बाएं तलवे को बाई ओर घुमाएं। अब दाई तरफ घुम जाएं और सांस को अंदर खींचें। सांस को बाहर छोड़ते हुएं दोनों हाथों को ऊपर उठाकर ध्यान लगाएं। कुछ देर ऐसे ही रहने के बाद सामान्य हो जाए।

वीरभद्रासन की दूसरी विधि

दोनों पैरों को खोलें और बाएं तलवे को बाएं ओर करें और दाएं पैर को सीधा रखें। दोनों हाथों को बाहर की ओर खोलें और सीधा रखें और घुटने को थोड़ा बेंड करें। अपने सिर को बाई ओर घुमाएं और सांस को अंदर की ओर खींचें। अब सांस को बाहर छोड़ते हुए नार्मल पोजिशन में आ जाएं। इसी प्रक्रिया को दूसरी ओर भी करें।

वीरभद्रासन की तीसरी विधि

सीधे खड़ें हो जाएं और सांस को अंदर की ओर खींचें। पैर को पीछे की तरफ मोड़ें और अपने एंकल को पकड़कर ऊपर की ओर खींचते हुए अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा करें। अब सांस को बाहर की ओर छोड़ें और नार्मल पोजिशन में आ जाएं। दूसरे पैर से भी इस प्रक्रिया को दोहराएं।

पश्चिमोत्तानासन

पश्चिमोत्तानासन दो शब्द मिल कर बना है -‘पश्चिम’ का अर्थ होता है पीछे और ‘उत्तांन’ का अर्थ होता है तानना। यह शरीर में से फैट को तो कम करता ही है साथ ही यह अनेकों बीमारियों से शरीर को निजात दिलाता हैै।

करने का तरीका

इस आसन को करने के लिए फर्श पर बैठकर सांस भरते हुए पैरों को सीधा सामने रखें। अब सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। फिर हाथों से अपने पैरों की उंगलियों को पकड़ें और माथे को घुटनों से टच करें। 10 सेंकड तक यही मुद्रा बनाएं रखें और सांस छोड़ते हुए वापिस पहली स्थिति में आ जाएं। 

त्रिकोणासन

इस आसन को करते समय शरीर त्रिकोण जैसी मुद्रा में आ जाता है। नियमित इसका अभ्यास करने से कमर व पेट की चर्बी कम करने में मदद मिलती है। जहां इस आसन को करने में शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है, वहीं इससे फेफड़े भी स्वस्थ रहते हैं।

करने का तरीका

इस आसन को करने के लिए दोनों पैरों को खोलकर सीधे खड़े हो जाएं। इसके बाद हाथों को पैरों के समानांतर फैलाएं और पैरों के बीच में 2 फिट का गैप रखें। अब दाएं पैर के पंजो को दाएं हाथ से छूने की कोशिश करें। इस दौरान आपका दूसरा हाथ आसमान की ओर 90 डिग्री कोण पर होना चाहिए। 15-20 सेकंड तक इस पोजिशन में रहने के बाद सामान्‍य स्थिति में आएं। इसके बाद यही क्रिया दूसरे हाथ से भी दोहराएं।

Content Writer

Anjali Rajput