लेबर पेन से जुड़ी ये 4 बातें हर औरत को जानना जरूरी

punjabkesari.in Thursday, Aug 30, 2018 - 06:04 PM (IST)

गर्भावस्था के आखिरी चरण में हर महिला को लेबर पेन से गुजरना पड़ता है। कई बार तो प्रेग्नेंसी का नौंवा महीना शुरू होते ही दर्द उठने लगता है। ऐसे में यह समझना जरूरी है कि यह लेबर पेन ही है या सामान्य पीड़ा। आप भी गर्भवती हैं तो लेबर पेन से जुड़ी कुछ छोटी-छोटी और महत्वपूर्ण बातें जानना बहुत जरूरी है। 


हल्की ब्लीडिंग होना
यह ऐसी अवस्था होती है जब गर्भाशय का निचला हिस्सा फैलकर खुलना शुरू हो जाता है। इस समय वेजाइना से हल्के रंग का खून निकलने की संभावना बढ़ सकती है। जब भी लेबर पेन शुरू होती है तो ऐसा होना सामान्य है। इस समय के अंत तक सिकुड़न तेज हो जाती है। ये प्रक्रिया लंबे समय तक चलती है। 

 

सर्विक्स का खुल जाना
जब सर्विक्स पुरी तरह से खुल जाता है तो बच्चा बाहर आने की कोशिश करने लगता है। इस प्रक्रिया में 2 या फिर इससे ज्यादा का समय भी लग सकता है। 

 

संकुचन 
जब बच्चे का जन्म हो जाता है तो संकुचन होने लगता है। इस स्थिति में गर्भनाल निकलना शुरू हो जाता है। इसमें दर्द थोडा कम होता है और 15 से 20 समय का समय लग सकता है। 


लेबर पेन के लिए एक्सरसाइज
लेबर पेन को झेलने के लिए शरीर का ताकत वर होना बहुत जरूरी है। इसके लिए कमर और जांघ की मांसपेशियां मजबूत बनाने वाली एक्सरसाइज करनी चाहिए। जब लेबर पेन के समय भ्रूण नीचे जाता है तो बर्थ कैनल में उसका सिर फिट होने से डिलीवरी होने में आसानी होती है। इसके लिए योग बैस्ट रहता है। इसके अलावा हैवी एक्सरसाइज करने से परहेज करें। 

 

Content Writer

Priya verma