बेस्ट हैं ये 10 योगासन, वेट, डायबिटीज, झड़ते बाल जैसी हर प्रॉब्लम होगी सही

punjabkesari.in Friday, Jun 21, 2019 - 01:14 PM (IST)

आज दुनियाभर में विश्व योगा दिवस मनाया जा रहा है, जिसका मकसद ज्यादा से ज्यादा लोगों को योग का महत्व समझाना है। योग एक ऐसी प्राचीन पद्धति है, जिससे आप अपनी हर छोटी-बड़ी समस्या का समाधान कर सकते हैं। हम भी आज आपको ऐसे ही कुछ 10 योगासनों के बारे में बताएंगे, जो आपको स्वस्थ रखने के लिए बीमारियों से भी बचाएंगे।

 

मेडिटेशन - स्वस्थ तन-मन

मेडिटेशन करने के लिए चौकड़ी माकर बैठ जाएं। इसके बाद आंखों को बंदकर कमर को सीधी करके बैठ जाएं। अब लंबी-लंबी सांस लें। आप चाहें तो शुरुआत में रिलैक्सेशन के लिए गाने भी लगा सकते हैं ताकि आपका ध्यान इधर उधर ना भटके। रोजाना मेडिटेशन करने से मन शांत, तन स्वस्थ, डिप्रैशन से छुटकारा मिलता है।

एरियल योगा- वजन घटाए

बैली फैट घटाने के साथ यह आसन वजन को कंट्रोल भी करता है। एरियल योग में शरीर को सिल्क फैब्रिक से बांधा जाता है, जिसमें आप थोड़ी ऊचाई पर बंधे होते हैं। यह योग आपको किसी एक्सपर्ट के सामने करना चाहिए। इसमें पोस्चर का भी खास-ख्याल रखना पड़ता है क्योंकि इसमें आप झूलेपर लटके होते हैं, जिसमें टेलबोन पर ज्यादा असर पड़ता है। नियमित रूप से एक पैक्टिक्स करने पर आप एरियल योगा करने और वजन घटाने में सफल हो सकते हैं।

हलासन - डायबिटीज

इसे करने के लिए समतल जमीन पर कमर के बल सीधा लेट जाएं। अब दोनों हाथों को जांघों के पास जमीन पर रख दें। फिर सांस लेते हुए धीरे-धीरे दोनों पैरों को सीधा उठाएं। अब हाथों को नीचे की ओर दबाएं और कमर को मोड़ते हुए पैरों को सिर के पीछे हल की तरह लगा दें। फिर बिना सिर उठाए 2-3 मिनट बाद धीरे-धीरे वापस सामान्य स्थित में आ जाएं। इस आसन को करने से डायबिटीज से बचाव होता है।

शीर्षासन - झड़ते बालों के लिए

इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आप मैट के आगे बैठ जाए। अब आप अपनी उंगुलियों को इन्टर्लाक करके सिर को उस पर रखें। फिर पैरों को धीरे-धीरे ऊपर करके उंगुलियों को इन्टर्लाक करें और शरीर का पूरा भार सिर पर डालें। 2-3 मिनट तक इस स्थिति में कुछ देर रहने के बाद सामान्य हो जाएं। आप इस आसन को दीवार से साथ लगाकर भी कर सकते हैं। रोजाना इस आसन को करने से झड़ते बालों की समस्या दूर होती है।

सर्वांगासन - तेज याददाश्त

इस आसन को करने से ना सिर्फ याददाश्त तेज होती है बल्कि यह बुढ़ापे में अल्जाइमर और भूलने जैसी बीमारियों से भी बचाता है। इस आसन को करने के लिए पीठ के बल एकदम सीधे लेट जाएं इसके बाद सांस खींचकर पहले धीरे-धीरे पैरों को ऊपर उठाएं। फिर कमर और चेस्ट तक के भाग को ऊपर उठाएं। दोनों हाथों को कोहनी से मोड़कर कमर पर लगाकर कमर को थामकर रखें। इस स्थिति में पूरे शरीर का भार कंधों पर रहना चाहिए। साथ ही कंधे से कोहनी तक के भाग को फर्श से सटाकर रखें तथा ठोड़ी को चेस्ट से लगाने की कोशिश करें। इस स्थिति में 30 सेकेंड तक रहें और सांस लेते और छोड़ते हुए सामान्य स्थिति में आ जाए।

उज्जयी प्राणायाम - दिल को रखे स्वस्थ

दिल को मजबूत करने के लिए उज्जयी प्राणायाम करें। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आरामदायक स्थान पर बैठे। फिर आंखों को बंद करके दोनों नॉस्ट्रिल्स से  हल्के हल्के लंबी सांस भरें और निकालें। इस आसम को करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद मिलती है और हार्ट रेट कम होता है। नींद न आने और माइग्रेन में भी यह फायदेमंद है।

उष्ट्रासन - बेहतर ब्लड सर्कुलेशन

इस आसन को करने से खून का प्रभाव ठीक होता है और रीढ़ की हड्डी भी मजबूत होती है। इससे ऊर्जा लेवल बढ़ता है। इसके लिए जमीन पर कपड़ा बिछा कर घुटनों के बल खड़े हो जाएं और सांस को अंदर को खींचते हुए शरीर को धीरे-धीरे पीछे को झुकाएं। अब हाथों से दोनों एडियों को पकड़ने की कोशिश करें। इसे करते हुए गर्दन और दोनों हाथों  को सीधा रखें। इस आसन को 30 सैकेंड से 1 मिनट तक ही करें।

प्राणायाम - ग्लोइंग स्किन

प्राणायाम से श्वासों पर नियंत्रण द्वारा मस्तिष्क को तरोताजा करते हैं बल्कि इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन भी मिलती है, जिससे त्वचा में ग्लो भी आता है। इस आसन को करने के लिए पहले सुखासन में सीधा बैठ जाएं। फिर आंखें बंद करें और ध्यान सांस पर केंद्रित करें। इसके बाद लंबी सांस ले और मन में ही 10 तक की गिनती करने के बाद सांस छोड़ दें। 5-10 मिनट तक इस प्रक्रिया को दोहराने के बाद सामान्य स्थिति में आ जाए।

अनुलोम- विलोम- सिर दर्द

सिर दर्द से छुटकारा पाने के लिए अनुलोम विलोम प्राणायाम करें। इसको करने से पेट में बनने वाली गैस से छुटकारा मिलता है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पद्मासन में बैठे। फिर दाई नाक को बंद करके बाई नाक से सांस लें। इस प्रक्रिया को कम से कम 10 मिनट तक दोहराएं। एेसा करने से कुछ ही मिनटों में सिर का दर्द दूर हो जाएगा।

कपालभाति - अस्थमा

जिन लोगों को अस्थमा की समस्या है उनके लिए कपालभाति आसन बहुत फायदेमंद है। इस आसन को करने के लिए एक शांत जगह पर बैठ जाएं। फिर सांस को अंदर करे और बाहर छोड़ें। रोजाना 15 मिनट इस आसन को करें। अस्थमा की समस्या पर नियंत्रण होने के साथ ही पेट की चर्बी भी कम होगी और चेहरे पर निखार भी आएगा।

शवासन - तनाव को रखे दूर

दिनभर की भाग-दौड़ के बाद दिमाग पर बहुत ज्यादा स्ट्रैस पढता है। मानसिक स्वास्थ्य को ठीक करने के लिए रोजाना शवासन करना शुरू करें। शवासन करने के लिए पीठ बल फर्श पर लेट जाएं। इसके बाद हाथों को साइड में रखें और आखों को बंद कर लें और सांस लें। इस मुद्रा में 4-5 मिनट रहें।

भ्रामरी प्राणायाम - एकाग्रता बढ़ाए

एकाग्रता बढ़ाने के साथ-साथ चिंता दूर करने, माइग्रेन की समस्या को भी भ्रामरी प्राणायाम दूर करता है। इसको करने के लिए एक शांत जगह पर बैठ जाएं। अब अपने चेहरे को मुस्कान की तरह बनाएं। कुछ समय तक आंखों को बंद रहने दें। तर्जनी ऊंगली को अपने कानों पर रखें। आपके कान व गाल की त्वचा के बीच में एक उपास्थि है। वहां अपनी ऊंगली को रखें। अब गहरी सांस लें और छोड़ें। इस प्रक्रिया को करने के से मधुमक्खी के भिनभिनाने जैसी आवाज आएगी। रोजान इस आसन को करने से फायदा मिलेगा।


 

Content Writer

Sunita Rajput