डिप्रेस्ड व्यक्ति में दिखने लगते हैं ये 10 लक्षण, यूं करें उनकी मदद

punjabkesari.in Tuesday, Jun 16, 2020 - 02:33 PM (IST)

डिप्रेशन एक ऐसी गंभीर समस्या है, जिसकी चपेट में आज बहुत से लोग आ चुके है। आज के समय में 5 में से चार लोग इस समस्या के शिकार हैं। बच्चे हो या बड़े सभी इसकी चपेट में तेजी से आ रहें है। डिप्रेशन की खास बात ये है कि जो लोग इस परेशानी के शिकार होते है, उन्हें कभी भी अपनी सिचुएशन का अहसास नहीं होता हैं। इसलिए उनके करीबियों को अलर्ट रहकर उन्हें इस गंभीर परेशानी से बाहर निकालने की मदद करनी चाहिए। तो चलिए पहले जान लेते है कि जो लोग डिप्रेशन के शिकार होते है। उनमें कौन-कौन लक्षण पाएं जाते है। ताकि आप इस समस्या को समझ कर उनकी मदद कर पाएं। 

लक्षण

1.  नींद में रहना

जो लोग डिप्रेशन की चपेट में आ जाते है। उन्हें दिनभर थकान रहती है। बार-बार नींद आने की परेशानी होती है। ऐसे में व्यक्ति अपना ज्यादा से ज्यादा समय सोने में बिताता है। 

2. भूख कम या ज्यादा लगना

इन व्यक्तियों में कुथ को अत्याधिख भूख लगती है। मगर कुछ ऐसे होते है जिनका कुछ खाने का मन नहीं करता है। वे कई देर तक भूखे रह लेते है। 

3. घुटन महसूस करना 

ये लोग खुद को किसी कैद में समझते है। ये किसी भी परेशानी का कारण खुद को मानते है। ऐसे में ये अंदर ही अंदर घुटन महसूस करते है। साथ ही बाहरी दुनिया से अपना संपर्क भी तोड़ देते है। इन्हें एक कमरे में अकेले रहना ही ठीक लगता है। 

4. वजन बढ़ना या कम होना

डिप्रेशन से पीड़ित लोगों के वजन में 5% का बदलाव आता है। यह बदलाव उनमें हर महीने देखने को मिलता है। किसी रोगी का वजन बढड जाता है तो कुछ का कम होने लगता है। 

5. एकांत में रहना पसंद

इन लोगों को भीड़-भाड़ से दूर एकांत में रहना पसंद आता है। ये अपने परिवार या दोस्तों के बीच भी खुद को सुरक्षित नहीं समझते है। 

6. थकावट महसूस होना

डिप्रेशन के शिकार हुए लोगों को बिना काम किए भी दिनभर थकान फील होती है। वे पूरा दिन सुस्त रहते है। इन्हें आमतौर पर शरीर में दर्द रहता है। साथ ही इन्हें कितनी थकान है ये उनके चेहरे पर साफ नजर आती है। 

7. नेगेटिव सोच

तनाव में आया व्यक्ति हर चीज में नेगेटिव सोच रखता है। उसकी बातों में भी निराशा और नेगेटिविटी दिखाई देती है।

8. एकाग्रता की कमी

ये लोग कोई भी काम को सही ढंग से सही कर पाते है। इनके दिमाग में एक साथ कई सारे सवाल और विचार घूमते है। ऐसे में  इनकी एकाग्रता में कमी रहती है। 

9. गुस्सा

डिप्रेशन के रोगियों को हर छोटी छोटी बातों पर गुस्सा आता रहता है। इनके इसी स्वभाव के कारण इन्हें बार-बार खुदकुशी करने का ख्याल आता है।

10. खुद को कोसने

ये लोग हर बात का दोषी खुद को मानते है। इसलिए ये हर गलत होने पर खुद को ही जिम्मेदार समझकर कोसते रहते है। इनकी इसी आदत के कारण ये खुशी के मौके पर भी खुशी का अहसास नहीं कर पाते है।

ऐसे मदद करें

डिप्रेशन से शिकार व्यक्ति को अपना समय दें। उनकी बातों को ध्यान से सुनें। उनकी भावनाओं को समझें।
उसे उसकी बातों पर अपना सुझाव न दें। साथ ही उन्हें बोलने दें। उनवके मन मे जो भी चल रहा है उसे सुनें। ताकि उसके मन की भड़ास बाहर निकाल सके। दिमागीतौर पर बीमार होने से उसे बीमार समझते हुए ही प्यार से बिहेव करें। उसकी किसी गलती पर बुरा न मानें। उसके गुस्सा करने पर भी उसे प्यार से काबू करने की कोशिश करें। साथ ही अपना आपा न खोए। उसे रोजाना योगा, एक्सरसाइज करने के लिए प्रेरित करें। 

अगर आपके द्वारा इतनी कोशिशें करने के बावजूद में उसकी उदासी में कमी न आए तो किसी एक्सपर्ट्स की सलाह लें। 

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neetu