Nargis Dutt: सिनेमा जगत की वो अदाकारा जिसे कहा जाता था 'फर्स्ट लेडी'

punjabkesari.in Monday, Oct 10, 2022 - 01:02 PM (IST)

नरगिस दत्त भारतीय सिनेमा की ना सिर्फ एक्ट्रेस बेहतरीन थीं, ब्लकि पॉलिटिक्स में भी बहुत एक्टिव रहीं। वह राज्यसभा में पहली महिला सदस्य थीं। 1 जून, 1929 को कोलकाता में जन्मी नरगिस का असली नाम फातिमा रशीद था। उनके  पिता उत्तमचंद मोहनदास एक जाने-माने डॉक्टर थे। वहीं उनकी मां जद्दनबाई मशहूर नर्तक और गायिका थी। नरगिस पहली बार पर्दे पर 5 साल उम्र में फिल्म 'तलाश-ए-इश्क' में दिखीं, लेकिन सही मायने में फिल्मी कॅरियर की शुरुआत 1942 में फिल्म 'तमन्ना' से हुई। जिसके बाद उन्होंनें कई हिट फिल्में जैसे 'कवारा', 'श्री 420', 'चोरी-चोरी', 'आग', 'बरसात' और 'मदर इंडिया' में काम किया। राज कपूर के साथ उनकी जोड़ी खासी मसुहर थी।  

 

 

फिल्म जगत में नरगिस दत्त को कहा जाता है 'फर्स्ट लेडी' 

नरगिस दत्त बॉलीवुड की 'फर्स्ट लेडी' कहे जाने की वजह ये थी कि कई मुख्य खिताब अपने नाम करने वाली वो पहली महिला थीं, नरगिस ऐसी पहली एक्ट्रेस थीं जिन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार ‘पद्मश्री’ से नवाजा गया। ये ही नहीं, ऑस्कर में विदेशी भाषाओं की कैटेगरी में शामिल होने वाली पहली फिल्म भी नरगिस की 'मदर इंडिया' थी। पहली बार ऐसी बड़ी उपलब्धियां हासिल करने के बाद उनके नाम के आगे 'फर्स्ट लेडी ऑफ पार्लियामेंट फ्रोम हिंदी सिनेमा' जुड़ा। 

 

 

सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में बनाई पहचान

1970 के दशक की शुरुआत में नरगिस दत्त ‘द स्पास्टिक सोसाइटी ऑफ इंडिया’ की पहली संरक्षक बनीं और इसके साथ काम करते हुए उन्होंने एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी अपनी पहचान बनाईं। उन्होंने एक्ट्रेस से सामाजिक कार्यकर्ता और 1980 में संसद भवन तक का सफर तय किया, लेकिन इसके एक वर्ष के बाद ही 1981 में 51 साल की उम्र में नरगिस की अग्न्याशय कैंसर (pancreas cancer) से मृत्यु हो गई। उनकी मृत्यु के एक साल बाद 1982 में पति सुनील दत्त ने उनकी याद में नरगिस दत्त मेमोरियल कैंसर फाउंडेशन की स्थापना की थी।

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Vandana