शिमला से जुड़ा है बेल पेपर का इतिहास, यहां जानिए इस Hill Station से जुड़ी अनसुनी बातें

punjabkesari.in Saturday, Jan 06, 2024 - 05:37 PM (IST)

भारत के सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन्स में शुमार 'क्वीन ऑफ हील्स शिमला', पूरे साल यात्रियों की फेवरेट टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनी रहती है। पहाड़ों का खूबसूरत नजारा और रिलैक्सिंग वाइब्स की वजह से ये जगह टूरिस्ट को अट्रैक्ट करती है। खास बात ये है कि अगर कम बजट में फैमिली या सोलो ट्रिप में जाना हो, तो शिमला से बेहतर जगह और कोई नहीं है। वैसे तो हिमाचल प्रदेश में कई सारे बेहतरीन हिल स्टेशन हैं पर शिमला की बात ही अलग है। अगर आप भी न्यू ईयर पर शिमला की ट्रिप का प्लान कर रहे हो तो जाने से पहले वहां जुड़ी कुछ रोचक बातें जान लें, जिसके बारे में बहुत ही कम लोगों को पता है...

उत्तर भारत का सबसे पुराना डाक खाना

यहां पर एक पुराना डाक खाना है, जिसे साल 1882 में बनाया गया था। इसे शिमला में जनरल पोस्ट ऑफिस के नाम से भी जाना जाता है। कहते हैं कि अंग्रेजों के समय में इस डाक खाने का रंग हरा और सफेद था, लेकिन बाद में इसे लाल और सफेद रंग में बदल दिया गया। भले ही ये जगह टूरिस्ट के बीच इतनी मशहूर नहीं है, लेकिन हिस्ट्री लर्वस को ये ऐतिहासिक इमारत में कई इंटरेस्टिंग बातें जानने को मिलेंगी।

यहीं पर शुरु हुई थी शिमला मिर्च की खेती

इसे आप कैप्सिकम और बेल पेपर के रूप में जानते होंगे, लेकिन इसका इतिहास हिमाचल प्रदेश की जगह शिमला से जुड़ा हुआ है। कहते हैं कि इस तरह से मिर्च को अंग्रेजी शासक भारत में लाए और कहा जाता है कि उन्होंने शिमला में इसकी खेती शुरू की। उन्होंने इस पहाड़ी जगह पर इसे बड़े पैमाने पर पैदा करने का फैसला किया और आज ये पूरे भारत में बड़े शौक से  खाई जाती है।

कहां बसा है शिमला

बता दें कि शिमला से एक और रोचक बात जुड़ी हुई है और वो ये है कि ये क्षेत्र सात पहाड़ियों की चोटी पर मौजूद है। हालांकि विकास से चलते इसका क्षेत्रफल फैलता गया, लेकिन कहते हैं कि इसे शुरुआत में 7 पहाड़ियों पर बसाया गया था। यहां स्थित जाखू हिल को सबसे ऊंची चोटी माना जाता है और इस जगह पर हनुमान जी का एक प्रसिद्ध मंदिर भी मौजूद है।

देवी का नाम पर पड़ा शिमला

ऐसा कहा जाता है कि महाकाली के एक रूप श्यामला देवी के नाम पर इस जगह का नाम शिमला रखा गया था। यहां पर महाकाली का एक मंदिर मौजूद है, जिसे काली बाड़ी मंदिर के नाम से जाना जाता है और ये कोलकाता में मौजूद दक्षिणेश्वर मंदिर जैसा दिखता है।

Content Editor

Charanjeet Kaur