चमत्कार! कोलंबियाई विमान दुर्घटना में लापता हुए 4 मासूम मिले जिंदा, 11 महीने का बच्चा भी है शामिल

punjabkesari.in Saturday, May 20, 2023 - 12:44 PM (IST)

किसी भी भयानक हादसे में किसी का बच जाना चमत्कार से कम नहीं होता है। एक ऐसा ही चमत्कार कोलंबिया में हुआ है। राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने बुधवार को कहा कि दो सप्ताह से ज्यादा समय पहले एक विमान दुर्घटना के बाद घने कोलांबियाई अमेजन के जंगलों में 11 महीने का एक बच्चा सहित 4 बच्चे जीवित पाए गए हैं। उन्होंने इसे देश के लिए खुशी करार दिया है। पेट्रो ने ट्विटर पर खबर शेयर करते हुए कहा कि सेना द्वारा कठिन खोज प्रयासों के बाद बच्चों को सकुशल खोज निकाला गया।

 100 से ज्यादा सैनिक लगे थे बच्चे की तलाश में

मीडिया की खबरों के हिसाब से 100 से ज्यादा सैनिकों को स्निफर डॉग के साथ तैनात किया था ताकि उन बच्चों की तलाश की जा सके जो 1 मई को दुर्घटनाग्रस्त हुए हवाई जहाज में यात्रा कर रहे थे, जिसमें तीन वयस्कों की मौत हो गई थी। बचावकर्मियों का मानना है कि इन बच्चों में एक 11 महीने का बच्चा था। इसके अलावा एक 13,9 और 4 साल का बच्चा शामिल था। वे दुर्घटना के बाद दक्षिणी कैक्वेटा के जंगलों में भटक रहे थे इससे पहले बुधवार को सशस्त्र बलों ने कहा किु बचाव दल का बच्चों के खोज की कोशिश उस समय और तेज हो गई थी जब लकड़ी से निर्मित आश्रय उन्हें जंगल में मिला था। इसके बाद उन्हें यकीन था कि बच्चे जीवित हैं। सशस्त्र बलों द्वारा जारी की गई तस्वीरों में जंगल के फर्श पर शाखाओं के बीच कैंची और हेयरबैंड देखी जा सकती है। इससे पहले, एक बच्चे की पानी पीने की बोतल और आधा खाया हुआ फल मिला था।

सोमवार और मंगलवार को सैनिकों को पायलट और दो वयस्कों के शव मिले जो कोलंबिया के अमेजन वर्षावन के मुख्य शहरों में से एक, सैन जोस डेल ग्वावियारे के लिए एक जंगल स्थान से उड़ान भर रहे थे। मृत यात्रियों में से एक रानोक चार बच्चों की मां थी जो ह्यूटोटो जाति से हैं। मदद के लिए तीन हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया गया था। जिनमें से एक ने ह्यूटोटो भाषा में बच्चों की दादी के एक रिकॉर्ड किए गए संदेश को बजाया जा रहा था, जिसमें उन्हें जंगल में जाने से रुकने के लिए कहा गया था।

1 मई को कोलंबिया में हुई थी विमान दुर्घटना

बता दें कि 1 मई को दुर्घटना का शिकार होने वाला विमान एक सेसना 206 था।इसने अमेजनस प्रांत में अरराकुआरा से उड़ान भरी थी और ग्वाविया प्रांत के एक शहर सैन जोस डेल ग्वावियारे जा रहा था। इस विमान में कुल सात लोग सवार थे। उड़ान के शुरुआती घंटों में ही पायलट ने इंजन के फेल होने की सूचना दी और आपातकालीन अलर्ट जारी किया। इसके बाद से ही इस विमान के मलबे की खोजबीन की जा रही थी। घना जंगल होने के कारण बचाव दल को दुर्घटना वाली जगह पर पहुंचने में कई दिन लग गए।
 

Content Editor

Charanjeet Kaur