किसी आशिक नहीं बल्कि पिता ने ही फेंका था तेजाब, जानिए खुशबु की कहानी

punjabkesari.in Monday, Aug 12, 2019 - 01:47 PM (IST)

कई बार आपके साथ ऐसे हादसे हो जाते है जो कि आपको पूरी तरह से बदल कर रख देते है। यह हादसे आपकी पूरी जिदंगी को तबाह करने के लिए किए जाते है लेकिन यह आप पर निर्भर करता है कि आप इनसे खुद को तबाह करना चाहते है या जिदंगी को एक नया मोड़ देना चाहते है। इसी तरह के एक हादसे से न घबरा खुशबू ने अपने जीवन को एक नया मोड़ दिया है। 22 साल की खुशबू जो कि एक एसिड अटैक विक्टिम है। इन पर एसिड इनके अपने खुद के पिता नही फेंका था। अपने साथ हुए इस हादसे से खुशबू घबराई नहीं बल्कि आज खुद एक स्वतंत्र महिला की तरह है, जो समाज में रह कर अपनी बेटी को उसके पैरों पर खड़े करने का प्रयास कर रही है। 

पैसे के लिए लड़कियों को बेचते थे पिता 

पिता पैसे कमाने के लिए लड़कियां लाकर उनकी शादी कर उन्हें बेच देते थे। खुशबू के पिता ने 15 साल की उम्र में ही उसकी शादी कर दी थी, क्योंकि वह उसे भी बेचना चाहते थे।  शादी के बाद खुशबू ने उन्हें घर बेचने से मना किया तो उन्होंने कहा कि यह घर उनका है वह बेचे या उसके साथ जो मर्जी करें। वह उन्हें रोकने वाली कोई नही होती है। इस बात के बाद खुशबू ने उन पर एफआईआर करवा दी थी।

जब एसिड गिरा ऐसा लगा किसी न चेहरे पर आग फेंक दी 

खुशबू के चेहरे पर उसके पिता ने जब एसिड फेंका तो कुछ समय के लिए उसे लगा कि जैसे किसी ने उसके चेहरे पर आग फेंक दी हैं। एसिड गिरने की वजह से वह अपने पति के ऊपर गिर गई। उस समय कुछ एसिड उसके पति व बेटी के ऊपर भी गिर गया था। एसिड गिरने के बाद  काफी गंभीर हालत में पुलिस उसे सिविल अस्पताल में लेकर गई। रविवार के दिन छुट्टी होने के कारण अस्पताल में डॉक्टर नही थी, वहीं उसकी हालात लगातार गंभीर होती जा रही थी। तब उन्होंने  इलाज के लिए उसे लखनऊ शिफ्ट कर दिया था। तब पहले उसकी आंख की सर्जरी की गई, क्योंकि आंख पूरी तरह से पलट चुकी थी। उसके बाद हाथ जो कि पूरी तरह से जुड़ चुके थे। जब उनकी नाक की सर्जरी हो रही थी तब उनकी मां उन्हें छोड़ कर जा चुकी थी।

पिता ने दी थी धमकी 

खुशबू ने जब अपने पिता को घर बेचने से रोका तो उसने अपने पिता के खिलाफ एफआईआर करवा दी थी। उस समय वह अपने पति के साथ मथूरा में किराए के मकान में रहती थी। तब उसके पिता ने घर आकर धमकी दी कि वह यह केस वापिस ले लें, वरना वह उसे इस लायक नही छोड़ेगा कि कोई उसका चेहरा पहचान सकें। वह कभी भी समाज के सामने अपना चेहरा लेकर नही आ पाएगी। इसके बाद रविवार की रात  3 बजे आकर उसके पिता ने उसके चेहरे पर एसिड फेंक दिया। 

पति ने दिया पूरा साथ 

खुशबू को लगता था कि पिता की इस हरकत के बाद उनके पति उनका साथ नही देगें। उन्हें लगा था कि उनके बिगड़े हुए चेहरे को देखकर उनके पति उन्हें छोड़ देगें क्योंकि आज के समय में चेहरा ही सब कुछ होता है लेकिन  उनके पति ने उनका पूरा साथ दिया। उन्होंने उसे अपने जीवन में स्वतंत्र होने में पूरा साथ दिया, ताकि वह अपनी नॉर्मल जिदंगी में दोबारा वापिस आ सके। अब वह अपनी बेटी तृषा को पढ़ा कर अपने पैरों पर खड़ा करना चाहते है। आज वह आगरा में स्थित एक कैफे में काम कर रही है, साथ ही इंग्लिश सीख रही है ताकि वह अपनी जिदंगी में आगे बढ़ सकें। 


 

Content Writer

khushboo aggarwal