तमन्ना भाटिया ने कहा... 'आज की रात' गाना देखकर खाना खाते हैं बच्चे, मम्मियों से आने लगे फोन!
punjabkesari.in Tuesday, Aug 05, 2025 - 12:02 PM (IST)

नारी डेस्क: बॉलीवुड एक्ट्रेस तमन्ना भाटिया ने हाल ही में एक इंटरव्यू में एक बेहद दिलचस्प बात बताई। उन्होंने कहा कि कई मम्मियों ने उन्हें फोन करके बताया कि उनका बच्चा बिना "आज की रात" गाना देखे खाना ही नहीं खाता।
बच्चों को खाना खिलाना बन गया है मुश्किल काम
आजकल छोटे बच्चों को खाना खिलाना आसान नहीं रहा। बच्चे नखरे करते हैं, भागते हैं, रोते हैं, और तब तक नहीं खाते जब तक उन्हें कुछ मनोरंजक न दिखाया जाए। कई माता-पिता इस स्थिति से निपटने के लिए कार्टून, मोबाइल गेम्स या गाने दिखाते हैं।
‘आज की रात’ गाना बना बच्चों का फेवरेट फूड टाइम वीडियो
तमन्ना भाटिया ने बताया कि उनके हिट गाने 'आज की रात' पर बच्चे इतना झूमते हैं कि खाना खाते-खाते नाचने भी लगते हैं। उन्होंने हंसते हुए कहा कि बच्चे डायपर पहनकर हिलते-डुलते रहते हैं, और मम्मियों को बस इस बात की खुशी होती है कि चलो, बच्चा खाना तो खा रहा है!
फोन-टीवी के बिना नहीं खाते बच्चे खाना
ये सिर्फ 'आज की रात' तक ही सीमित नहीं है। आजकल बहुत सारे बच्चों की आदत बन चुकी है कि उन्हें टीवी या मोबाइल दिखाए बिना खाना खिलाना मुश्किल है। ये आदत देखने में आसान लग सकती है, लेकिन इसके पीछे छुपा है एक बड़ा खतरा।
एक्सपर्ट्स की चेतावनी – स्क्रीन के साथ खाना सेहत के लिए नुकसानदायक
जो बच्चों की हेल्थ से जुड़ी एक्सपर्ट हैं, बताती हैं कि जब बच्चा खाना खाते समय स्क्रीन देखता है, तो उसका ध्यान खाने पर नहीं होता। इससे ना तो उसे खाने का स्वाद महसूस होता है, ना खुशबू, ना बनावट और ना ही उसका पाचन तंत्र पूरी तरह एक्टिव हो पाता है।
बच्चे को नहीं होती भूख की समझ
जब बच्चे को जबरदस्ती या ध्यान भटकाकर ज्यादा खाना खिला दिया जाता है, तो उन्हें यह समझ ही नहीं आता कि असली भूख क्या होती है, या कितना खाना सही है। इससे बच्चों की नैचुरल भूख पहचानने की क्षमता कमजोर हो जाती है।
माता-पिता को सही तरीका अपनाने की सलाह
डॉक्टर्स सलाह देते हैं कि शुरुआती दो सालों में बच्चों को जबरदस्ती भर-भरकर खाना ना खिलाएं। अगर बच्चा दो चम्मच खाकर उठ जाता है, तो भी कोई दिक्कत नहीं। जब उसे असली भूख लगेगी, तो खुद खाना मांगेगा। इससे बच्चे को खाने की आदत बेहतर ढंग से लगेगी।
तमन्ना भाटिया का गाना बच्चों को एंटरटेन करने का एक मजेदार तरीका बन चुका है, लेकिन पैरेंट्स को यह समझना जरूरी है कि मोबाइल या टीवी दिखाकर खिलाना बच्चों की सेहत के लिए ठीक नहीं है। खाना सिर्फ पेट भरने का नहीं, बल्कि एक एहसास है – जिसे बच्चों को भी महसूस करने देना चाहिए।