महिलाओं पर तालिबान का ''एहसान'', यूनिवर्सिटी में पढ़ने की दी इजाजत लेकिन...

punjabkesari.in Sunday, Sep 12, 2021 - 02:24 PM (IST)

अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होते ही वहां के लोग बेहद डरे और सहमे हुए हैं। लोगों का मानना है कि तालिबान फिर से 20 साल पुराना इतिहास दोहराने के लिए तैयार हैं। दरअसल, तालिबान ने अपनी पहली ही कांफ्रेंस में यह स्पष्ट कर दिया था कि अब अफगानिस्तान में लोकतंत्र की सरकार नहीं ब्लकि शरिया कानून के हिसाब से सरकार चलेगी, इसी के चलते तालिबान ने लोगों के उपर कड़ी पांबदी लगी दी खासकर महिलाओं के उपर। उनका कहना है कि अब महिलाएं अफगान में बिना बुर्का के नहीं घूम सकती और न ही किसी भी तरह का फैशन कर सकती हैं। कानूनों का पालन न करने पर तालिबानी की सजा से वहां के लोग अच्छी तरह से वाकिफ हैं। इसी डर के चलते अधिकतर लोग अपने घरों में बंद हैं।

वहीं अब दूसरी तरफ  तालिबान की सरकार का शासन शुरू होते ही उसने अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया हैं। आज के दौर में शिक्षा जहां हर इंसान का हक है, वहीं तालिबान ने इसी शिक्षा को एक अहसान बना दिया है। 

इन कड़ी शर्तों के बीच तालिबान ने दी महिलाओं को हाई एजुकेशन लेने की इजाजत 
दरअसल,  तालिबान ने महिलाओं को हाई एजुकेशन लेने की इजाजत तो दे दी है, लेकिन कई कड़ी शर्तों के बीच में । नई तालिबान सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री का कहना है कि महिलाएं पोस्ट ग्रेजुएट लेवल तक विश्वविद्यालयों में पढ़ सकती हैं, लेकिन कक्षाएं लड़के और लड़कियों के लिए अलग होंगी और इस्लामी कपड़े पहनना सभी के लिए अनिवार्य होंगे।

तालिबानी मंत्री अब्दुल बाकी हक्कानी ने अपनी नीतियों के बारे में कहा कि विश्वविद्यालय की छात्राओं को हिजाब पहनना अनिवार्य होगा, हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि क्या इसका मतलब केवल एक अनिवार्य हेडस्कार्फ़ होगा या उन्हें पूरा चेहरा ढंकना होगा। 

लड़के और लड़कियों को एक साथ पढ़ने नहीं देंगे
उन्होंने कहा कि हम लड़के और लड़कियों को एक साथ पढ़ने नहीं देंगे। हम सह-शिक्षा की अनुमति नहीं देंगे।  हक्कानी ने कहा कि विश्वविद्यालयों में पढ़ाए जा रहे विषयों की भी समीक्षा की जाएगी। याद दिला दें कि अपनी पिछली सरकार के दौरान भी तालिबान ने संगीत और कला पर प्रतिबंध लगा दिया था।

वहीं बता दें कि तालिबानी शासन में महिलाओं पर बेहद कड़ी पाबंदिया लगाई जाती हैं, जिनमें पढ़ाई न करना और घर से बाहर न निकलना शामिल, किसी भी तरह का फैसन न करना शामिल  है। 
 

Content Writer

Anu Malhotra