अफगानिस्तान की महिलाओं पर तालिबान की गंदी नजर, मांगी 15 से ज्यादा उम्र की लड़कियों की लिस्ट

punjabkesari.in Wednesday, Jul 21, 2021 - 09:58 AM (IST)

अफगानिस्तान में एक बड़ा संकट आन पड़ा है। दरअसल, अफगानिस्तान में तालिबान 85 फीसदी हिस्से पर अपना कब्जा कर रहे हैं। इसी बीच अमेरिकी सैनिकों की वापसी में अफगान सेना अतंकियों से जूझ रही है। 

तालिबान ने अफगान में 15 साल से 45 साल से कम उम्र की महिलाओं की लिस्ट मांगी
इतना ही नहीं अफगानिस्तान में महिलाओं की जिंदगी बद से बदतर हो रही है।  तालिबान ने एक बयान जारी कर स्थानीय धार्मिक नेताओं से उन्हें 15 साल से अधिक उम्र की लड़कियों और 45 साल से कम उम्र की विधवाओं की सूची देने का आदेश जारी किया है। रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान ने अपने लड़कों से उनकी शादी करने का वादा किया है, जिसके बाद उन्हें पाकिस्तान के वजीरिस्तान ले जाया जाएगा जहां उन्हें इस्लाम में परिवर्तित कर उन्हें फिर से संगठित किया जाएगा।

तालिबान लड़ाकों से शादी करने के लिए मांगी महिलाओं की लिस्ट
एक रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान के कल्चरल कमिशन के नाम से जारी पत्र में कहा गया है कि कब्जे वाले इलाकों में सभी इमाम और मुल्ला तालिबान को तालिबान लड़ाकों से शादी करने के लिए 15 से ऊपर की लड़कियों और 45 साल से कम उम्र की विधवाओं की सूची दें, तालिबान की ओर से ताजा फरमान तब आया है जब आतंकी संगठन ने ईरान, पाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान के साथ लगे कई प्रमुख जिलों और बॉर्डर चौकियों पर अपना कब्जा कर लिया।

महिलाओं को अपने घरों से अकेले बाहर न निकलने की दे चुका है सलाह
बतां दें कि यह पहली बार नहीं है इससे पहले भी तालिबान ने अपने कब्जे वाले इलाकों में शरिया का कानून लागू कर दिया है। यहां अब स्मोक करना, दाढ़ी काटना और महिलाओं का अकेले घर से निकलना बैन कर दिया गया है। उन्होंने लड़कियों के लिए दहेज के नियम भी तय कर दिए है, क्योंकि तालिबान इस्लामी कानून के अपने संस्करण को लागू कर रहे हैं।



बतां दें कि 2001 से पहले तालिबान शासन के तहत अफगानिस्तान में महिलाओं को स्कूल जाने, घर से बाहर काम करने या पुरुष के बिना घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई थी। वहीं, इन नियमों का उल्लंघन करने वालों को तालिबान की धार्मिक पुलिस द्वारा सार्वजनिक रूप से अपमानित कर उन्हें पीटा जाता था।

इसे देखते हुए अब अफ़ग़ानिस्तान के बुज़ुर्गों का कहना है कि तालिबान उनकी बेटियों को ले जाएगा और जबरन उनकी शादी करेगा और उन्हें गुलाम बना देगा।

 घर में 18 साल से अधिक उम्र की लड़कियों को रखना पाप है
एक अखबार से बातचीत में एक अफगान बुजुर्ग ने बताया कि जब से तालिबान ने सत्ता संभाली है, हम उदास महसूस करते हैं। घर पर हम जोर से बोल नहीं सकते, संगीत नहीं सुन सकते और महिलाओं को बाजार सामान लेने नहीं भेज सकते, वे परिवार वालों के बारे में पूछ रहे हैं। तालिबान सब-कमांडर ने कहा कि घर में 18 साल से अधिक उम्र की लड़कियों को नहीं रखना चाहिए, यह पाप है, उनकी शादी करवाएं।


 

Content Writer

Anu Malhotra