Trauma में हैं आपके बच्चे तो दिखेंगे ऐसे संकेत, इन तरीकों से करें Parents हैंडल

punjabkesari.in Monday, Apr 24, 2023 - 11:47 AM (IST)

बच्चों का दिल बहुत ही नाजुक होता है जरा सी बात उनकी दिमाग पर बहुत ही गहरा असर डालती है। खासकर अगर उनके सामने कोई घटना घट जाए तो वह उन पर ऐसा असर करती है कि बच्चों के लिए ट्रॉमा से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। ज्यादा समस्या तब आकर खड़ी होती है जब बच्चे अपनी स्थिति भी किसी को नहीं बता पाते। परंतु यदि आपके बच्चे ट्रॉमा में हैं तो इसके कुछ संकेत भी दिख सकते हैं। उनके बात करने का तरीका बदलने लगता है। तो चलिए आपको बताते हैं कि अगर बच्चा ट्रॉमा में है तो उसमें कैसे लक्षण दिखेंगे...

सेफ्टी का डर सताना 

यदि आपके बच्चे एकदम से किसी बात को लेकर डरने लगे हैं या उन्हें लग रहा है कि वह आपसे दूर हो जाएंगे तो ऐसे परिस्थिति थोड़ी परेशानदायक हो सकती है। बच्चों में ऐसा डर कई कारणों से आता है जैसे उसको किसी ने परेशान किया हो या उसने किसी को खोया हो। हो सकता है कि जिसको बच्चे ने खोया हो उसके साथ बच्चे का बहुत ही गहरा लगाव हो। 

हर समय आपके साथ रहने की जिद्द करना 

वैसे तो छोटे बच्चे हर समय अपने मां-बाप के साथ रहना पसंद करते हैं। ऐसे में कई बार वो ऐसी हरकतें भी करते हैं जिससे उनके माता-पिता उनके साथ ही रहें। परंतु यदि हर समय बच्चे आपके साथ रहना चाहते हैं आपकी अटेंशन की जिद्द करते हैं तो यह भी ट्रॉमा का संकेत हो सकता है। 

न जाना चाहे स्कूल 

अगर आपका बच्चा स्कूल जाने से डर रहा है या उसे दोस्तों के साथ बात करना पसंद नहीं आ रहा है तो माता-पिता के तौर पर यह सब चीजें आपके लिए परेशानी का कारण भी बन सकती हैं। इसके अलावा अगर बच्चा भीड़-भाड़ वाली जगहों में जाने से डर रहा है तो इसका सीधा अर्थ है कि वह ट्रॉमा का शिकार है। 

छोटी-छोटी बात पर रोते रहना 

यदि बच्चे छोटी-छोटी बात पर रो रहे हैं तो इसका अर्थ है कि उसके साथ कुछ गलत हुआ है या उसने कुछ ऐसा देखा है जिसके कारण वह डर गए हैं। वैसे तो कुछ बच्चों की आदत होती है कि वह छोटी-छोटी बात पर रोने लगते हैं लेकिन अगर आपके बच्चे बात-बात पर रोने लगते हैं या पहले से ज्यादा रोते तो इसका अर्थ है कि उन्हें कोई बात परेशान कर रही है। 

अच्छी नींद न आ पाना 

यदि बच्चे को सोने के तरीके में किसी तरह का बदलाव आया है या वह सोने से डरने लगा है तो भी आप  थोड़े सावधान हो जाएं। ऐसे बच्चे भी किसी न किसी ट्रॉमा का शिकार हो सकते हैं। इसके अलावा यदि बच्चे को अच्छी नींद नहीं आ रही तो भी आप थोड़े सावधान हो जाएं। 

पेरेंट्स इन टिप्स के साथ करें बच्चे को हैंडल 

यदि आपके बच्चे ट्रॉमा से जूझ रहे हैं तो पेरेंट्स उनके बर्ताव और बातचीत का ध्यान रखें। इसके अलावा आप बच्चे के साथ बात करते रहें, उनके साथ अलग-अलग एक्टिविटीज में हिस्सा लें, बच्चे को अलग-अलग हॉबीज में हिस्सा लेने के लिए मोटिवेट करें, उसको इमोशनल स्पोर्ट दें। बच्चा गुस्सा क्यों हो रहा है इसका कारण जानने का प्रयास करें। 

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palak