संबंध बनाते समय दर्द की वजह हो सकती है बच्चेदानी की इंफेक्शन, जानिए 4 और कारण

punjabkesari.in Monday, Jan 08, 2024 - 06:44 PM (IST)

यूट्रेस या बच्चेदानी महिला के शरीर का अहम हिस्सा है। इसमें 9 महीने तक बच्चा पलता है। डिलीवरी के अलावा पीरियड्स के वक्त भी uterus में काफी pressure होता है।  शरीर के इस बेहद नाजुक हिस्सा में कई बारी बहुत complications आ सकती हैं। इसमें इंफेक्शन भी हो सकता है। आपको बता दें कि बच्चेदानी में इंफेक्शन होने पर पेल्विक एरिया में सूजन (Pelvic Inflammatory Disease) हो सकती है। कई महिलाएं इस बीमारी से पीड़ित रहती हैं। कुछ मामलों में ये इंफेक्शन बहुत गंभीर रूप ले सकते हैं। इस स्थिति में कुछ लक्षणों का अनुभव हो सकता है। आइए आपको बताते हैं इसके बारे में...

शारीरिक संबंध बनाने के दौरान दर्द

अगर आपको uterus में इंफेक्शन है तो शारीरिक संबंध बनाने के समय आपको दर्द महसूस होगा। अगर आपको शारीरिक संबंध बनाते हुए असहज महसूस हो तो एक बार जांच जरूर करवाएं। 

पेट के निचले हिस्से में दर्द

बच्चेदानी में इंफेक्शन होने पर आपको पेट के निचले हिस्से में दर्द का अनुभव हो सकता है। अगर ईपको लगातार पेट में तेज दर्द हो रहा है, तो इस स्थिति को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। ऐसे में आपको डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करना चाहिए। बच्चेदानी में इंफेक्शन होने पर पेल्विक एरिया में भी दर्द का एहसास हो सकता है।

यूरिन करते समय दिक्कत महसूस होना

वैसे तो महिलाओं को अगर यूरिन करते हुए दिक्कत हो तो इसकी बहुत सी वजहें हो सकती हैं, लेकिन अगर आपको अकसर ही पेशाब करते समय दर्द या जलन का अनुभव होता है, तो ये uterus या बच्चेदानी में इंफेक्शन का संकेत हो सकता है। 

पीरियड्स के दौरान दर्द

पीरियड्स के दौरान दर्द या ऐंठन होना बहुत ही आम बात है। लेकिन अगर पीरियड्स के दौरान असहनीय दर्द का अनुभव होता है तो ये बच्चेदानी में इंफेक्शन का भी संकेत हो सकता है। बच्चेदानी में इंफेक्शन होने पर पीरियड्स के दौरान ब्लड फ्लो भी ज्यादा हो सकता है। इसकी वजह से आपको पीरियड्स में तेज दर्द उठ सकता है।

प्राइवेट पार्ट से स्नाव होना

ये भी uterus से स्त्राव होने का बड़ा कारण हो सकता है। ये स्त्राव पीला और बदूबदार हो सकता है।  इनमें से कोई भी लक्षण दिखने पर इन्हें हल्के में न लें। एक्सपर्ट से संपर्क करें।

नोट- इनमें से कोई भी लक्षण दिखने पर उसे हल्के में न लें और एक्सपर्ट से सलाह लें।

Content Editor

Charanjeet Kaur