बच्चे में दिखें ये संकेत तो वह हो सकता है इस सिंड्रोम का शिकार

punjabkesari.in Wednesday, Jan 17, 2018 - 02:52 PM (IST)

घर में नन्हें मेहमान के आते ही खुशी का माहौल पैदा हो जाता है। एक तरफ जहां खुशी होती हैं वहीं दूसरी और बच्चे की सेहत को लेकर भी चिंता भी रहती हैं क्योंकि नवजात शिशु हर चीज से अनजान होते है। बचपन में मां-बाप को बच्चे की खास केयर करनी पड़ती हैं ताकि उसके विकास पर कोई बुरा असर न पड़े। वहीं, बच्चों में हेल्थ से जुड़ी छोटी-मोटी परेशानियां होना आम है लेकिन इन्हें इग्नोर करना उनके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसके लिए मां-बाप को बच्चे की हर हरकत जैसे कि चलना-फिरना, खेलना, खाना आदि हर बातों पर ध्यान देना चाहिए। अगर आपको उनकी कोई भी बात असामान्य लगे तो यह टूरेट सिंड्रोम की निशानी हो सकता है। 

क्या हैं टूरेट सिंड्रोम?
टूरेट सिंड्रोम में बच्चा बार-बार लगातार एक ही गतिविधि को दोहराता है जैसे कि आंखों का झपकना। यह सिंड्रोम 2 से 14 साल की उम्र में होता है। यह आनुवांशिक और पर्यावरणीय दोनों कारण हो सकता है। टूरेट सिंड्रोम ब्रेन से जुड़ी बीमारी है। 


लक्षण
- बार-बार बाहों को हिलाना और होठों का हिलना
- चलने, दौड़ने और सीधे बैठने में समस्या
- अर्थहीन और गलत शब्दों का इस्तेमाल करना
- बात-बात पर गुस्सा होना, चिल्लाना और तोड़-फोड़ करना
- मानसिक रूप से अस्वस्थ

इलाज
टूरेट सिंड्रोम ज्यादातर बचपन में होता है। वैसे तो इसके ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं पड़ती क्योंकि बच्चे के विकास के साथ यह ठीक हो जाता है। अगर बढ़ती उम्र के साथ बच्चे में यह सिंड्रोम के लक्षण दिखें तो एक बार डॉक्टर से सलाह लें। इसके अलावा कई एेसी दवाईयां उपलब्ध हैं जिससे बच्चे इसका इलाज करवाया जा सकता है। 
 

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