सावधान ! बच्चों में ये हो सकते हैं Asthma के लक्षण

punjabkesari.in Friday, Nov 10, 2023 - 03:23 PM (IST)

एयरवेज में सूजन आने से वो सिकुड़ जाते हैं और आस्थमा की समस्या हो सकती है। बढ़ते प्रदूषण के चलते आजकल आस्थमा बच्चों में भी आम हो गया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि एक स्टडी के मुताबिक 6 साल के करीब 80 प्रतिशत बच्चों में अस्थमा के लक्षम पाए जाते हैं। आप समझ सकते हैं कि मामला कितना संवदेनशील है। इनके लक्षण बच्चे की बॉडी में दिखाई देने लगते हैं और अगर पैरेंट्स इसे नजरअंदाज करें तो ये समस्या बढ़ सकती है और बढ़ती उम्र के साथ हालत ज्यादा खराब भी हो सकती है। आइए आपको बताते हैं बच्चों में अस्थमा के लक्षण और इसका इलाज...

बच्चों में अस्थमा के लक्षण

- सांसों को छोटा होना।
- छाती में भारीपन और कड़ापन होना।
- सर्दी या फ्लू में खांसी या छींक आना।
-श्वसन तंत्र में इंफेक्शन होने के बाद उसे ठीक होने में समय लगना।
- थकान महसूस होना।

ऐसे लगाएं बच्चों में अस्थमा का पता

अगर आपको ऊपर में से कोई में लक्षम दिखाई दे तो लापवाही ना करें। 5 साल से बड़े बच्चे के लिए लंग फंक्शन टेस्ट से उसकी जांच करवाएं। इसके अलावा एक्सपाइरेटरी फ्लो (PEF) और स्पाइरोमेट्री टेस्ट से भी इसका पता लगाया जा सकता है। ज्यादातर स्कूल के बच्चों के लिए फेनो टेस्टिंग की जाती है।

अस्थमा का ऐसे करें इलाज

इनहैलेशन थेरेपी अस्थमा का सबसे बेहकरीन इलाज है। ये जल्दी ठीक होने वाली बीमारी नहीं है। हालांकि अगर सही समय में इसका पता चल जाए तो इसे कंट्रोल किया जा सकता है। 

- जो कारण पहचान में आए, उससे संपर्क कम करें।
- बच्चों को तंबाकू से दूर रखें। आप भी उनके सामने इसका इस्तेमाल न करें।
- बच्चों को फिजकिल एक्टिविटी के लिए प्रोत्साहित करें। इससे वो शारीरिक तौर पर मजबूत बनेंगे और फेफड़ों की क्षमता भी बढ़ेगी।
- दवाइयों और इलाज को सही तरह से व्यवस्थित रखने के लिए नियमित तौर पर चेक-अप करवाएं।
- हार्टबर्न और एसिड रिफ्लक्स को कंट्रोल करें।

नोट- कोई भी इलाज खुद ना करें। पहले एक्सपर्ट से सलाह ले लें।

Content Editor

Charanjeet Kaur