तेजी से फैल रहा है स्वाइन फ्लू, जानें बचाव के तरीके

punjabkesari.in Wednesday, Jan 30, 2019 - 05:19 PM (IST)

आजकल मौसम में हो रहे के बदलावों की वजह से स्वाइन फ्लू का खतरा दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। इस वक्त का मौसम स्वाइन फ्लू के लिए बिल्कुल सही है और यही कारण है कि पिछले साल जितने मरीज इस बीमारी के सामने आए थे उससे कहीं ज्यादा मामले अकेले जनवरी 2019 में देखने को मिल रहे हैं। 

 

हैरान करने वाले आंकड़े

आंकड़ो से पता चला है कि स्वाइन फ्लू यानी H1N1 वायरस तेजी से फैल रहा है। अभी नए साल के पहले महीने में ही देश भर के अलग-अलग जगहों से स्वाइन फ्लू के बहुत से मामले सामने आ रहे हैं। एक जनवरी से अब तक अलग-अलग राज्यों में स्वाइन फ्लू की वजह से बहुत सारे लोगों की जानें जा चुकी है। राजधानी दिल्ली में 267 स्वाइन फ्लू से जुड़े मामले सामने आए हैं जबकि पिछले पूरे साल यह गिनती 205 थी। देश के दूसरे राज्यों में भी ऐसे बहुत से मामले सामने आ रहे हैं। 

आइए जानते हैं कि किन घरेलू नुस्खों की मदद से स्वाइन फ्लू से बचा जा सकता है-

 

स्वाइन फ्लू के लक्षण

स्वाइन फ्लू की शुरुआत मौसमी सर्दी-जुकाम जैसे लक्षणों से ही शुरू होती है। इसमें नाक बंद होना, गले में खराश, सर्दी-खांसी, बुखार, सिरदर्द, शरीर दर्द, थकान, पेटदर्द की प्रॉब्लम रहती है। स्वाइन फ्लू का खतरा बच्चों और प्रेग्नैंट महिलाओं को ज्यादा होता है। इस बीमारी के लक्षण 1 से 7 दिनों के अंदर दिखने लग जाते हैं।

 

कैसे बचें

ऐसे मौसम में खुद का जितना ख्याल रखेंगे उतना ही अच्छा रहेगा इसलिए अपने आप को खांसी, जुकाम, बुखार  से दूर ही रखें। खांसते और छींकते समय मुंह व नाक पर कपड़ा रखें। टेंशन से दूर रहें। ऐसे मौसम में आलू और चावल का सेवन कम कर दें। यह बॉडी में न्यूट्रोफिल्स की गति को कम कर देते हैं जिससे सेहत बिगड़ सकती है। गर्म पानी पीने से बहुत से रोग दूर रहते हैं। इसलिए ऐेसे मौसम में गर्म पानी ही पीएं। कोशिश करें कि भीड़भीड वाली जगह पर कम जाएं और 7- से 9 घंटे की नींद जरूर लें। इस तरह से स्वाइन फ्लू का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है।

 

घरेलू नुस्खे

तुलसी के पत्ते

हर रोज सुबह पांच तुलसी के पत्‍ते पानी में भिगोकर खाएं। इससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बनी रहेगी, आपको फेफड़े और गले में किसी भी प्रकार का  संक्रमण नहीं होगा। 

 

गिलोय

गिलोय प्रकृति में पाया जाने वाला एक पौधा है जो बेल के रूप में पाया जाता है। इसके तने को पांच तुलसी के पत्तो के साथ एक गिलास पानी में 15 से 20 तक उबालें। इस पानी को छानकर इसमें स्‍वादानुसार काली मिर्च, सेंधा नमक या मिश्री मिलाई जा सकती है। इस काढ़े को ठंडा करके पिएं। इससे भी आपकी प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी और रोगों का सामना करने की ताकत आएगी। वैसे आजकल बाजार में गिलोय का पाउडर और गोलियां भी मिल जाती है। आप इनका भी इस्तेमाल कर सकती है।

लहसुन 

रोज सुबह खाली पेट लहसुन की दो कलियां गुनगुने पानी के साथ पीने से भी शरीर को तमाम संक्रमणों से लड़ने में मदद मिलती है। 

 

दूध और हल्‍दी

जिन लोगों को दूध से एलर्जी नहीं है वे रोज रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म या गुनगुने दूध में एक चुटकी हल्‍दी पाउडर डालकर पिएं। 

 

आंवला

आंवला में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होता है। आंवले का मुरब्बा भी शरीर को हेल्दी रखने के लिए अच्छा रहता है। अगर आंवले का मौसम नहीं है तो इसका चूर्ण या रस भी इस्तेमाल कर सकती है।

 

प्राणायाम

प्राणायाम या ब्रीदिंग एक्‍सर्साइज नि‍यमित रूप से करने से श्‍वसन तंत्र मजबूत रहता है और फ्लू से जुड़ा कोई भी संक्रमण नहीं होता। 

 

 

Content Writer

Vandana