सुषमा स्वराज के 10 विचार, जिसने छोड़ी हर किसी के मन पर गहरी छाप

punjabkesari.in Wednesday, Aug 07, 2019 - 07:10 PM (IST)

सुषमा स्वराज ट्विटर पर अपने जवाब सवाल के लिए हमेशा यूथ में लोकप्रिय रही हैं। कोई भी मुद्दा होता उनके ओर से पेश किया गया एक विचार व संवाद सबको उनकी प्रशंसा करने पर मजबूत कर देता था। शायद यही कारण था कि हर यूथ उसना विचार सुनना चाहता था। उनके शब्दों ने हमेशा दूसरों को रास्ता दिखाया है। ऐसे ही कुछ उनके संवाद व विचार जो हमेशा याद रहेगें। 

नवाज शरीफ कहते है मेरे देश में मानव अधिकार का उल्लघंन हो रहा है, मैं कहना चाहूंगी जिनके अपने घर शीशे के हो उन्हें दूसरों पर पत्थर नही फेकनें चाहिए।

 

मोहब्बत में आंसू बहाना नही आता, बनारस आकर बनारस का पान खाना नही आता, आपको गांठ खोलना नही आता और मसखरी के अलावा कुछ बोलना नही आता।

 

एक दूसरों को दोषारोपण करके किसी भी समस्या का समाधान नही हो सकता, बल्कि एक साथ होकर होता है।

 

दुनिया में ऐसा देश है जो बोते भी है तो आतंकवाद, उगाते भी है तो आंतकवाद, बेचते भी है तो आंतकवाद, निर्यात भी करते है तो आंतकवाद।

 

दुनिया की बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान होता तो सिर्फ संवाद से ही है, युद्ध किसी भी समस्या का समाधान नही है।

 

हम आंतकवाद की परिभाषा तय करने में उलझे हुए है, तुम्हें यह समझना होगा की आंतकवादियों में अच्छे या बुरे के आधार पर अंतर नही किया जा सकता हैं ।

समाजिक और नैतिक प्रगति भी हमारा एक महत्वपूर्ण लक्ष्य है, मानव के न्यूनतम आवश्यकताओं की पूर्ति कर दी जाए तो शांतिप्रिय समाज की स्थापना हो सकती है।  

हमने 2 वर्षों में मित्रता का वह पैमाना खड़ा किया जो उसे पहले कभी नही था, लेकिन हमें मिल क्या बदले में पठानकोट, उरी, बहादुर अली 

हमने कोई काम छुप छुप के नहीं किया, अगर छुप छुप के किया तो क्वात्रो को भगाने का तुमने किया, राजीव गांधी की सरकार में एंडरसन को भगाने का तुमने किया। 

कुछ तो मजबूरियां रही होगीं, यूं ही कोई बेवफा नही होता और हमारी ये मजबूरी है कि आप देश के कसाथ बेवफाई कर रहे है, इसलिए हम आपके साथ वफादार नही रह सकते। 

Content Writer

khushboo aggarwal