सुषमा ने 'लव मैरिज' के लिए बेले थे कई पापड़, लेकिन अधूरी रह गई पति की यह इच्छा

punjabkesari.in Monday, Feb 14, 2022 - 01:42 PM (IST)

सुषमा स्वराज अपने जीवन में न केवल एक अच्छी राजनीति थी बल्कि निजी जीवन में भी बहुत ही अच्छी पत्नी व मां भी थी। राजनीति में उनकी छवि जितनी ईमानदार, मोहक व मजबूत महिला नेता की थी, उतनी ही वह अपने निजी जीवन में खुश व अच्छी थी। भाजपा की इस लोकप्रिय व तेज तर्रार नेता की लव मैरिज हुई थी। इनके माता पिता इनकी शादी के लिए राजी भी नही थे, उसके बावजूद इन्होंने स्वराज कौशल से 13 जुलाई 1975 में विवाह किया था। 

शादी के लिए बेलने पड़े काफी पापड़ 

हरियाणा की इस लड़की को अपने प्रेम विवाह के लिए काफी पापड़ बेलने पड़े थे। वह उस समय प्रेम विवाह करना चाहते थे जब हरियाणा में इसका नाम लेना भी गलत समझा जाता था। वहां पर प्रेम विवाह तो दूर की बात प्रेम करना भी गलत समझा जाता था। वहीं 25 साल की हरियाणा में कैबिनेट मंत्री बनने वाली सुषमा ने अपने साहस ने इस नमुनकिन काम को कर दिखाया था। इस समय इनकी बेटी बांसुरी भी है।

अलग थे विचार, फिर भी रहे एक साथ

सुषमा व स्वराज कौशल की प्रेमकहानी कॉलेज में शुरु हुई थी। इनकी पहली मुलाकात पंजाब यूनिवर्सिटी के चंडीगढ़ के लॉ विभाग में हुई थी। अलग सोच, विचार, सिद्धांत के होते हुए भी इन दो अलग अलग ओपजिट नेचर वाले लोगों में प्यार बढ़ा था। इतना ही नही सुषमा पूरी तरह हिंदी व स्वराज पूरी तरह से इंग्लिश जानते थे।  स्वराज कौशल सुप्रीम कोर्ट के जाने-माने लॉयर हैं। उन्हें 34 साल की उम्र में देश का सबसे युवा एडवोकेट जनरल बना दिया गया था। उसके बाद स्वराज कौशल 37 साल की उम्र में मिजोरम के गवर्नर भी बन गए थे, जिसके बाद वह 1990 से 1993 तक उस पद पर रहे।

पति की इच्छा रह गई अधूरी 

सुषमा स्वराज की रिटायरमेंट से एक व्यक्ति था जो बहुत खुश था वो थे उनके पति.. वो चाहते थे कि अब वह उन्हें समय दें। दरअसल, जब सुषमा स्वराज ने इस बात की घोषणा की थी कि वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी तो उनके पति स्वराज कौशल ने खुशी जताई थी। उन्होंने कई ट्वीट कर सुषमा स्वराज को धन्यवाद दिया था। उन्होंने लिखा था,  "मैडम (सुषमा स्वराज) अब कोई चुनाव नहीं लड़ने का फैसला करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। मुझे वह वक्त याद आ रहा है, जब मिल्खा सिंह ने भी दौड़ना बंद कर दिया था। आपकी मैराथन 1977 से चल रही है। आप जब 25 साल की थीं, तबसे चुनाव लड़ रही हैं। इन 41 सालों में आप 11 बार सीधे चुनाव लड़ चुकी हैं। मैडम, मैं आपके पीछे 46 साल से दौड़ रहा हूं। अब मैं 19 साल का नहीं हूं। मैं भी थकने लगा हूं।" स्वराज कौशल इस बात से खुश थे कि उनकी पत्नी सुषमा स्वराज उनके साथ समय बिताएंगी लेकिन सुषमा उनकी यह आखिरी इच्छा पूरी नहीं कर सकी और रिटायरमेंट से पहले ही इस दुनिया को अलविदा कह गई।

दो बार रह चुकी है विधानसभा की सदस्य 

14 फरवरी 1952 को जन्मी सुषमा तीन बार राज्यसभा व हरियाणा की विधासभा से दो बार सदस्य रह चुकी है। अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार में  सूचना प्रसारण मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, संसदीय कार्य मंत्री सहित विभिन्न मंत्रालयों की जिम्मेदारी कैबिनेट मंत्री के रूप में संभाली थी।

 


 

Content Writer

khushboo aggarwal