ट्विटर को हथियार बना कर सुषमा ने की विदेश में रहते इन भारतीयों की थी मदद

punjabkesari.in Friday, Aug 09, 2019 - 04:30 PM (IST)

भारतीय नेता सुषमा स्वराज के निधन पर हर कोई शोक में ग्रस्त है, लेकिन उनकी व्यवहार  को कभी भी कोई नही भूला सकता है। उनके लिए अपने देश के लोग बहुत ही प्रिय व महत्वपूर्ण थे, इस बात को उन्होंने एक बार नही कई बार साबित किया था। उन्होंने न केवल देश में रहते हुए लोगों की बल्कि विदेश में रहते हुए भारतीयों की भी काफी मदद की है। जब भी किसी भारतीय ने उन्हें एक बार अपनी मदद के लिए पुकारा है उन्होंने बिना देर किए उनकी मदद की है। 

ट्वीटर को बनाया अपना हथियार 

सुषमा स्वराज जितनी राजनीति में एक्टिव थी उतनी ही वह हर समय सोशल मीडिया पर रहती थी। उन्होंने ट्वीटर को अपना हथियार बनाया हुआ था, तब कभी कोई उनसे मदद मांगता तो वह उनकी जरुर मदद करती है। सोशल मीडिया पर उनके नाम पर किया हुआ एक टैग लोगों तक मदद पहुंचाने के लिए काफी होता था। चाहे वह ट्वीट देश या विदेश से क्यों न हो। आईए बताते है उन कुछ लोगों के बारे में जिनकी उन्होंने मदद की थी।  

ओमान में फंसी नूरजहां की थी मदद 

अहमदाबाद के शहापूर शहर की रहने वाली नूरजहां जब ओमान में फंस गई थी, तब उन्होंने सुषमा स्वराज को ट्वीट कर मदद करने की मांग की थी। नूरजहां को ओमान में ब्यूटी पॉर्लर का काम मिल था, वह इस काम को करने के लिए वहां गई थी। वहां पर अपना ब्यूटी पॉर्लर का काम न कर उन्हें वहां के स्थानीय लोगों ने होम सर्विस का काम करने पर दबाव डाला था। वहां पर न केवल नूरजहां की बल्कि एक ओर भारतीय महिला की मदद की गई थी, जिसमें पर खूब टार्चर किया जाता था। टॉर्चर से तंग होकर महिला ने खुदकुशी करने की कोशिश की, जिसके लिए नूरजहां को जेल मे डाल दिया गया। इस मामले में नूरजहां को भी किसी तरह की कानूनी सहायता नही दी गई थी। नूरजहां को लगता था कि वह ओमान में ही मार जाएगी, लेकिन तेलंगाना के श्रीनिवासन ने उन्हें सुषमा स्वराज  को ट्वीट करने का सुझाव दिया। तब उन्होंने ट्वीट के माध्यम से सुषमा स्वराज को अपनी सारी बात बताई, उसके बाद उऩ्होंने बिना देरी किए ओमान सरकार से इस बारे में बात कर उन्हें रिहा करवा लिया। नूरजहां ही नही और भी ऐसे केस है जिस पर सुषमा स्वराज ने एक ट्वीट पर  एक्शन लिया था। आज उनकी मदद के कारण ही वह आज अपने घर पर सुरक्षित अपने परिवार के साथ हैं। 

थाईलैंड में फंसी करुणा 

थाईलैंड में फंसी कुरुणा ने ट्वीट करके सुषमा से मदद मांगी थी, कि वह थाईलैंड में फंस गई है। उनके साथ उनका पति, दोस्ती उसकी पत्नी व तीन साल का बच्चा है। वहां के स्थानीय लोग उन पर हमला कर रहे है। इस ट्वीट के बाद सुषमा स्वराज ने बिना देरी किए उनकी मदद की थी।

इराक में फंसे 168 भारतीय को बचाया 

इराक में युद्ध के दौरान 168 के करीब लोग फंस गए थे। उन्होंने अपने हालात को वीडियो के माध्यम से ट्वीट पर शेयर किया था। इस वीडियो को लोगों ने कई लोगों के साथ टैग किया था, जिसमे सुषमा स्वराज भी शामिल थी। इसी वीडियो को देखकर उन्होंने लोगों को बचाने का एक्शन लिया था। 

अमेरिका के दर्शन की थी मदद

कुछ समय पहले अमेरिका में रह रहे दर्शन ने ट्वीट कर बताया था कि वह अमेरिका में है और उन्होंने भारत आने से पहले आयरिश विजा के लिए आवेदन दिया था। आयरिश एंबेसी ने न ही अब तक उऩका पासपोर्ट वापस किया है न ही उनसे किसी तरह का संपर्क किया है। तब सुषमा स्वराज ने भारतीय दूतावास को कहा कर इस शख्स की मदद करने के लिए कहा था।

यमन में चलाया रेस्कयू ऑपरेशन

यमन में फंसे 4741 भारतीय व 1947 विदेशी नागरिकों को बचाने के लिए उन्होंने सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया था। इस दौरान करीब 7 हजार लोगों को हवाई व समुद्री मार्ग से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था। 

देश मंगवाएं थे भारतीय शव 

सुषमा स्वराज ने केवल लोगों की बल्कि वहां पर भारतीय लोगों के शवों को भी वापिस भारत लेकर आए थे। कई जगह पर पैसों की कमी के चलते शखव भारत नही आ पा रहे थे, ऐसे में उऩ्होंने तुरंत इन पर एक्शन लिया व शवों को वापिस भारत लेकर आए। 

देश में की विदेशियों की मदद 

सुषमा स्वराज ने केवल विदेश में रहते हुए भारतीय लोगों की मदद की है, बल्कि देश में रहते हुए या आए हुए विदेशी लोगों की भी काफी मदद की है। एक बार जर्मी की महिला फ्रेडरिक इरिना को गायों की मदद करने के लिए पद्म श्री सम्मान दिया गया था, लेकिन उन्होने उसे लौटना चाहा क्योंकि भारत उनके वीजे की समय सीमा नही बढ़ रहा था। ऐसे में सुषमा स्वराज ने खुद उनकी मदद की थी। इतना ही नही डेनमार्क की सुजेन लुकानो की बहन ऋषिकेश में गायब हो गई थी, तब सुषणा ने पहल कर उस युवती को ढूंढां था। 

पति के नाम को बनाया था सरनेम

सुषमा स्वराज 1975 में सोशलिस्ट नेता जॉर्ज फर्नाडिस की लीगल डिफेंस टीम का हिस्सा बनी थी, इसी में स्वराज कौशल भी थे। इस अंदोलन के दौरान वह एक दूसरे के करीब आए उसके बाद उन्होंने शादी करने का फैसला लिया। शादी करने के लिए दोनों परिवारों के सदस्यों को काफी मुश्किलों सामना करना पड़ा। उसके बाद जब 13 जुलाईई 1975 को दोनों ने शादी की तो सुषमा स्वराज ने अपने पति के नाम को ही अपना सरनेम बना लिया था।

छोड़ गई इतनी संपत्ति 

एडीआर से मिली जानकारी के अनुसार सुषमा स्वराज कुल 32 करोड़, 20 लाख, 25 हजार रुपए (32,20,25000 रुपए) की संपत्ति की मालिक थीं। इनमें से एक लाख, 63 हजार रुपए कैश उनके पास और 2 लाख, 9 हजार रुपए कैश उनके पति के पास थे। उनके व उनके पति के पास कुल 19 करोड़, 16 लाख, 68 हजार रुपए का बैंक डिपोजिट है। उनके पास अपनी कोई कार नहीं थी लेकिन उनके पति स्वराज कौशल के पास करीब 36 लाख रुपए की एक मर्सिडीज कार है। उनके पास करीब 29 लाख रुपए के गहने थे। उनके नाम पर दिल्ली में करीब 2 करोड़ रुपए की कीमत का एक घर और हरियाणा के पलवल में 98 लाख रुपए की कृषि योग्य भूमि भी है। 
 

Content Writer

khushboo aggarwal