थोड़ा सा काम करते है थक जाते हैं ? Stamina बूस्ट करने के लिए करें इन सुपर फूड्स का सेवन

punjabkesari.in Monday, Dec 26, 2022 - 05:41 PM (IST)

ऐसे कई लोग होते हैं जो सीढ़िया चढ़ने या उतरने में, चलने में हांफने लगते हैं और थक जाते हैं। ये लक्षण कमजोर स्टेमिना के हो सकते हैं। हमारे अंदर की क्षमता ही स्टेमिना होती है। अगर शरीर में स्टेमिना कम हो तो इंसान जल्दी थकता है और चिड़चिड़ा भी हो जाता है। कई लोगों का ये भी सवाल होता है कि ऐसी कौन सी चीज है जिसके सेवन करने से स्टमिना बढ़ता है। ऐसे में आईए हम आपको बताते हैं कुछ फूड्स जिनका सेवन करके आप अपने स्टेमिना को बढ़ा सकते हैं।

केला

फाइबर और नेचुरल शुगर से भरपूर केले के सेवन से शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है। ये ऊर्जा स्टेमिना को बढ़ा सकती है। केले में नियासिन, थाइमिन, रिबोफ्लेविन और फॉलिक एसिड के रुप में विटामिन ए और विटामिन बी की पर्याप्त मात्रा मौजूद होती है। इतना ही नहीं, नाश्ते में केले का सेवन किया जाए तो लंच तक भूख नहीं लगती है।

पीनट बटर

पीनट बटर ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने और मांसपेशियों को मजबूत बनाने का काम करती है। इसमें प्रोटीन और ओमेगा-3 फैट्स की मात्रा पाई जाती है। शाकहारी विकल्प में पीनट बटर ऊर्जा का एक बेहतरीन खजाना है। इसके सेवन से पेट तो भरा-भरा लगता ही है, साथ में वर्कआउट के लिए जरुरी प्रोटीन भी मिल जाता है। पीनट बटर को ब्राउन ब्रेड के साथ खाना फायदेमंद होता है।

खट्टे फल

खट्टे फल विटामिन सी के बहुत अच्छे स्त्रोत माने जाते हैं। इसके साथ ही इन फलों में फाइबर, कैल्शिय, फोलेट, शर्करा, नियासिन,थायामिन, विटामिन बी 6 जैसे आवश्यक तत्व मौजूद होते हैं। संतरा, नींबू, आंवला जैसे खट्टे फल विटामिन सी का अच्छा स्त्रोत माना जाता है। इन फलों के सेवन से स्टेमिना और इम्यूनिटी दोनों बढ़ती है।

हरी पत्तेदार सब्जियां

हरी पत्तेदार सब्जियां शरीर में लौह तत्व की कमी को पूरी करती है। ये सब्जियां स्टेमिना को बढ़ाने में भी फायदेमंद है। साथ ही इन सब्जियां के सेवन से शरीर में विटामिन ए, कैल्शियम और अन्य पोषक की आपूर्ति भी होती है।

नट्स

नट्स में मौजूद फाइबर, हेल्दी फैट्स, प्रोटीन, विटामिन्स, ओमेगा-3 फैटी एसिड हमारे शरीर को मजबूत बनाए रखने में मदद करते हैं। इसके सेवन से ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ता है।

इन सारे बताए गए सुपरफूड्स को अपनी डाइट में शामिल करें और सेहतमंद बने रहें। 
 

Content Editor

Charanjeet Kaur