उड़ान सपनों की: शादी के बाद देखा IAS बनने का सपना, बिना कोचिंग लिए परीक्षा में मारी बाजी
punjabkesari.in Sunday, Mar 14, 2021 - 03:00 PM (IST)
यूपीएससी की परीक्षा पास करना हमारे देश के बहुत से बच्चों का सपना है। पढ़ाई में अच्छे नंबर लेकर और अपनी मंजिल की ओर बढ़ते हुए हर उस युवा की आंखों में एक ही सपना होता है कि वह दिन रात एक कर पढ़ाई करे और यूपीएससी की परीक्षा पास कर ले। इसके लिए वो नामी संस्थानों में एडमिशन भी ले लेते हैं लेकिन कईं बार यह सपना हर किसी का पूरा नहीं हो पाता। बहुत सी लड़कियां भी होती हैं जिनका सपना यूपीएससी की परीक्षा पास करना होता है लेकिन कुछ कारणों के चलते वह अपने उस सपने को पूरा नहीं कर पाती हैं। फिर शादी के बाद तो वह खुद के बारे में सोचना ही छोड़ देती है लेकिन आज हम आपको एक ऐसी महिला की कहानी बताएंगे जो थी तो एक गृहणी लेकिन उन्होंने कभी अपने सपनों के पंखों को काटा नहीं और शादी के बाद परीक्षा पास करने की सोची। आज उसी महिला ने बिना कोचिंग IAS की परीक्षा पास की।
बिना कोचिंग लिए आईएएस बनीं अनुकृति
हम जिस महिला की बात कर रहे हैं उसका नाम अनुकृति शर्मा है। अनुकृति राजस्थान की रहने वाली है। उनके पिता सरकारी नौकरी में थे और मां कॉलेज में एक टीचर थीं। हालांकि अनुकृति ने तो कभी भी अपनी जिंदगी में इस बात का सपना नहीं देखा था कि वह सिविल सर्विसेज के एग्जाम क्लियर करेंगी।
कॉलेज की एक बात ने डाला गहरा प्रभाव
चाहे अनुकृति ने कभी यह नहीं सोचा था कि वह सिविल सर्विसेज एग्जाम पास करेगी लेकिन कॉलेज के दिनों में उन्होंने एक ऐसी घटना को देखा जिसने उन्हें कुछ बड़ा करने के लिए प्रेरित किया। दरअसल उन दिनों में कॉलेज के बाहर एक व्यक्ति चाय बेचता था और उसने 14 साल की उम्र में ही अपनी बेटी की शादी कर दी थी जिसे देख अनुकृति को इस बात का एहसास हुआ कि उन्हें बहुत सारे अधिकार मिले हुए हैं।
नीट भी कर चुकी हैं क्रैक
अनु ने न सिर्फ सिविल सर्विसेज के एग्जाम क्लियर किए हैं बल्कि वह नीट भी क्रेक कर चुकी हैं। इसके बाद अनुकृति आगे की पढ़ाई के लिए पीएचडी पूरी करने यूएसए चली गईं और फिर वापिस आने पर उनकी शादी हो गई। एक तरफ महिलाएं जहां शादी को अपनी जिंदगी का अंत मान लेती हैं वहीं अनुकृति ने शादी के बाद भी अपने सपनों को जगाए रखा और आज नतीजा सब के सामने है।
शादी के बाद लिया फैसला लेकिन...
अनुकृति ने शादी के बाद यूपीएससी की परीक्षा देने का फैसला लिया लेकिन उस समय उनके लिए यह सब करना आसान नहीं था। इसमें जो सबसे बड़ी समस्या आई वो यह थी कि वह साइंस की स्टूडेंट थी और उन्हें संविधान और आईपीसी के बारे में कोई ज्ञान नहीं था और वहीं वह घर से दूर कोचिंग के लिए जा भी नहीं सकती थी।
इंटरनेट को बनाया अपना गुरू
वहीं अनुकृति जैसे ऐसे कितने ही युवा हैं जो इस सपने को पूरा करने के लिए कोचिंग ज्वाइन करती हैं लेकिन अनुकृति ने ऐसा कुछ नहीं किया बल्कि वह अपनी इस सफलता के लिए इंटरनेट को ही असली गुरू मानती हैं। उन्होंने बिना किसी टीचिंग संस्थान का सहारा लिए इंटरनेट की मदद से ही तैयारी की। अपने उत्तरों को बाकी बच्चों और टॉपर्स के साथ मिला कर देखने के सारा काम अनुकृति ने इंटरनेट पर किया।
पहली ही बार में नहीं मिली सफलता
अब आपमें से ऐसे बहुत से लोगों को यह लग रहा होगा कि अनुकृति ने एग्जाम पहली ही बार में पास कर लिया होगा लेकिन ऐसा नहीं है। उन्होंने 4 बार परीक्षा दी और फिर जाकर वह आईएएस बनीं। हमेशा अच्छा रैंक पाने के लिए अनुकृति ने हर बार डबल मेहनत की उनके पहले तीन प्रयास विफल हुए लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और जहां 2017 के प्रयास में उन्हें 355वीं रैंक प्राप्त हुआ लेकिन अनुकृति ने अपनी उड़ान यहीं तक कायम नहीं रखी बल्कि उन्होंने और बेहतर तैयारी के लिए ब्रेक लिया और 2019 में 138वीं रैंक हासिल किया और आईएएस बनने का सपना भी।
परीक्षा देने वाले छात्र जरूर पढ़ें अनुकृति की ये सलाह
अनुकृति ने मीडिया से बात करते हुए कुछ खास बातें बताईं। अनुकृति ने टिप्स देते हुआ बताया कि, ' आपके उत्तर सुंदर तरीके से लिखें जिसमें हेडिंग, सब-हेडिंग्स, बुलेट्स आदि सब कुछ हो। इसके साथ ही जो हिस्सा हाइलाइट करने वाला हो उसे हाइलाइट भी करना चाहिए। जो प्रश्न आपसे पूछा जाए सिर्फ उसी का जवाब दें ना कि घुमा फिरा लिखें। डायग्राम्स, फ्लोचार्ट्स, एग्जाम्पल्स बनाएं इससे आपको अच्छे अंक मिल सकते हैं। उत्तरों को चेक करें इस तरह आप मेंस में अच्छे नंबर प्राप्त कर सकते हैं।'
सच में आज अनुकृति न सिर्फ युवाओं के लिए बल्कि उन सभी महिलाओं के लिए भी मिसाल है जो शादी के बाद अपने सपनों को भूल जाती हैं।