कोरोना का साइडइफेक्‍ट, कपल्‍स में बढ़े एग्रेशन और हिंसा के मामले

punjabkesari.in Tuesday, Aug 24, 2021 - 04:49 PM (IST)

कोरोना महामारी के बाद लोगों की जिंदगी कई मायनों में बदल गई हैं। जहां कुछ लोग अपनी सेहत को लेकर सजग हो गए हैं वहीं इस बीमानी ने मानसिक स्थिति पर भी बुरा असर डाला। अमेरिका में हुए एक शोध का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण कपल्स में गुस्से की भावना बहुत बढ़ गई हैं। यहां तक की कुछ लोग में तनाव इस कद्र उपजा कि वो चीजें फेंकने व तोड़ने पर उतर आएं।

कपल्‍स में बढ़े एग्रेशन और हिंसा के मामले

एक नए अध्ययन से पता चला है कि महामारी के दौरान COVID प्रतिबंधों ने कपल्स के बीच शारीरिक और मनोवैज्ञानिक आक्रामकता को बढ़ा दिया है। कोविड महामारी के कारण पूरे अमेरिका में कपल्स ने 6 से 8 गुना अधिक आक्रामक व्यवहार किया। वहीं, एक ही छत के नीचे रहने वाले कपल्स में शारीरिक आक्रामकता प्रति वर्ष 2 से बढ़कर 15% हो गई है और मनोवैज्ञानिक आक्रामकता 16 से बढ़कर 96% प्रति वर्ष हो गई है।

नॉन-अल्कोहलिक कपल्स पर भी हुआ असर

प्रतिभागियों से COVID-19 तनाव, उनके साथी के प्रति शारीरिक और मनोवैज्ञानिक आक्रामकता और बार-बार शराब पीने के बारे में पूछा गया। सामने आया किया कि COVID ने बहुत तनाव पैदा किया है, जिसने शराब पीने और आक्रामकता को भी बढ़ावा दिया है। आंकड़े दिखाते हैं कि प्राकृतिक आपदाओं के बाद लोग अचानक भारी मात्रा में तनाव में थे। सिर्फ शराब पीने वाले ही नहीं बल्कि नॉन-अल्कोहलिक लोग भी COVID के दौरान तनाव से प्रभावित हुए।

शारीरिक आक्रामकता ने बढ़ाई हिंसा 

शोध का कहना है कि कपल्स में सलाना शारीरिक आक्रमकता के मामले 2 थे जो लॉकडाउन में बढ़कर 15 तक पहुंच गए हैं। इसमें चीजों को धकेलना, मारपीट करना, चीजें तोड़ना भी शामिल हैं। महामारी के बाद लोगों के रिएक्शन में तेजी से बदलाव आया है, जिसका सबसे बड़ा कारण तनाव है।

Content Writer

Anjali Rajput