मौसम में बदलाव के दौरान यूं रखें खुद को फिट

punjabkesari.in Sunday, Feb 16, 2020 - 01:18 PM (IST)

मार्च का महीना यानि कभी गर्मी तो कभी ठंड। अक्सर इस महीने में लोग स्वेटर उतारकर हाफ स्लीव कपड़े पहनने की गलती कर बैठते हैं, जिस वजह से वे सर्दी-जुकाम और अन्य हेल्थ प्रॉबल्मस का शिकार हो जाते हैं। आज हम यहां बात करेंगे इस बदलते मौसम में आप किस तरह खुद को बीमार पड़ने से रोक सकते हैं।

एक दम न उतारें स्वेटर

इस महीने में सुबह के वक्त गर्मी तो शाम को ठंड महसूस होती है। ऐसे में अक्सर लोग हाफ स्लीव कपड़े पहनना शुरु कर देते हैं। आप चाहें तो स्वेटर न पहनें मगर हाफ स्लीव कपड़े तो आपको बिल्कुल बीमार कर देंगे। मार्च का महीना ठंडे-मीठे मौसम का माना जाता है, ऐसे में इस दौरान सिंथेटिक या फिर लाइट वेट वूलन क्लोद्स पहनें। आप कभी बीमार नहीं पड़ेंगे।

ठंडी चीजों से पहरेज

गर्मी लगने की वजह से कुछ लोग आइसक्रीम खाना पसंद करते हैं। या फिर एक दम से ठंडा पानी पीने लगते हैं, जो आपके ग्ला खराब और छाती में जकड़न की वजह बन सकता है। बच्चों का तो इस मौसम में खास ख्याल रखें, क्योंकि इस दौरान उनके एग्जाम भी होते हैं। अगर बच्चों का ध्यान न रखा जाए तो उनकी सेहत के साथ-साथ उनकी पढ़ाई का भी नुकसान होगा।

खान-पान का ध्यान

ठंडी चीजों के साथ-साथ इस मौसम में आप खट्टी चीजों का भी परहेज करें। ज्यादा मसाले वाला भोजन भी आपको नुकसान पहुंचा सकता है।

खूब पिएं पानी

अगर इस बदलते मौसम में खुद को फिट रखना है तो खूब सारा पानी पिएं, ताकि साथ ही साथ शरीर में जमा होने वाले किटाणु यूरीन के जरिए शरीर से बाहर निकलते रहें। पानी आपके इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग बनाता है, जिससे आपके शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है।

बाहर का खाना

बाहर का खाना किसी भी हाल में सेहत के लिए सही नहीं होता, मगर इस बदलते मौसम के दौरान जितना हो सके बाहर का खाना अवोएड करें। खासतौर पर शादी ब्याह में जाकर जरुरत से ज्यादा न खाएं, इससे आपको फूड प्वाइजनिंग और पेट में इंफेक्शन जैसी समस्याएं जल्द हो सकती हैं।

इंफेक्शन से बचने के लिए पहनें मास्क

आजकल सर्दी-जुकाम बहुत से लोगों को हुआ पड़ा है। ऐसे में बस, ट्रेन या सड़क पर चलते वक्त अपना फेस हमेशा कवर रखें। इससे आप वायरल बुखार और इंफेक्शन जैसी प्रॉबल्मस से बच पाएंगे। हर हाल में जितना हो सके बच्चों का खास ध्यान रखें, उनका इम्यून सिस्टम बहुत कमजोर होता है, जिससे वह बहुत जल्द वायरल बुखार और इंफेक्शन की चपेट में आ जाते हैं। 
 

Content Writer

Harpreet