50 नहीं अब तो 10 साल वालों के भी Liver में जम रहा फैट, Alert हो जाएं पेरेंट्स

punjabkesari.in Wednesday, Aug 06, 2025 - 12:21 PM (IST)

नारी डेस्क: आज के समय में बच्चों का जंक फूड की ओर बढ़ता झुकाव केवल मोटापे तक ही सीमित नहीं है, बल्कि अब यह एक और गंभीर बीमारी फैटी लिवर (Fatty Liver) का कारण बन रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों में नॉन-अल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) तेजी से बढ़ रही है और इसके पीछे एक बड़ा कारण अस्वस्थ खानपान और लाइफस्टाइल है।


फैटी लिवर क्या है?

फैटी लिवर तब होता है जब लिवर में सामान्य से अधिक फैट जमा हो जाता है। यह स्थिति पहले वयस्कों में देखी जाती थी, लेकिन अब यह बीमारी बच्चों में भी देखने को मिल रही है, खासकर उन बच्चों में जो अत्यधिक जंक फूड खाते हैं और शारीरिक गतिविधि कम करते हैं। डॉक्टरों के अनुसार, बच्चों में फैटी लिवर का मुख्य कारण है फास्ट फूड, मीठे ड्रिंक्स, और प्रोसेस्ड स्नैक्स। ये चीज़ें शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ाती हैं, जिससे लिवर में फैट जमा होने लगता है। कुछ मामलों में बच्चों में लिवर में सूजन और लिवर डैमेज भी देखा गया है, जो आगे चलकर सिरोसिस जैसी खतरनाक बीमारी में बदल सकता है।


चिंता की बात क्यों है?

फैटी लिवर लंबे समय तक बिना लक्षणों के रहता है। अगर समय रहते इलाज न हो, तो यह स्थिति लिवर फेलियर तक ले जा सकती है। भारत में 10 में से 1 बच्चा फैटी लिवर से प्रभावित हो रहा है। ऐसे में बच्चों की डाइट में बदलाव लाना जरूरी है। स्कूल के टिफिन से लेकर घर की डाइनिंग टेबल तक, हेल्दी विकल्प अपनाएं। बच्चों को जंक फूड का नुकसान समझाएं और उन्हें अच्छा उदाहरण दें।


क्या करें बचाव के लिए?

-बच्चों को जंक फूड की जगह घर का ताजा और पौष्टिक भोजन दें
- रोजाना कम से कम 1 घंटे की फिजिकल एक्टिविटी जरूरी
-मीठे और फ्रूट जूस जैसे शुगर ड्रिंक्स से बचें
- समय-समय पर बच्चों का हेल्थ चेकअप कराते रहें


जंक फूड केवल स्वाद का मामला नहीं रह गया है, यह अब बच्चों के लिवर को गंभीर नुकसान पहुंचा रहा है। समय रहते सतर्क रहें और बच्चों की सेहत को प्राथमिकता दें।
 


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Content Writer

vasudha

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