सिर्फ गर्भवती ही नहीं महिला को प्रेग्नेंसी के लिए भी तैयार करता है स्पर्म: रिसर्च

punjabkesari.in Tuesday, May 18, 2021 - 04:00 PM (IST)

एक महिला के लिए मां बनना बहुत ही सौभाग्य की बात होती हैं। यह एक औरत के लिए सबसे सुखद अहसास होता है जिसे वह अपनी प्रैगनेंसी के दौरान महसूस करती हैं। लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए एक महिला बहुत सारी प्रक्रियाओं को पार करती हैं। 
 

दरअसल, ऑस्ट्रेलिया की एडिलेड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार, महिला का गर्भवती होना कोई आसान प्रक्रिया नहीं होती है, इस दौरान उसके शरीर में कई सारी चीजें घटित होती हैं।  यह तो सभी जानते हैं कि कोई भी महिला पुरुष के स्पर्म के बिना प्रेग्नेंट नहीं हो सकती है, वहीं इस स्टडी से पता चला है कि प्रेग्नेंसी में स्पर्म का एक और बहुत बड़ा रोल होता है।


नेचर रिसर्च जर्नल कम्युनिकेशंस बायोलॉजी में छपी इस स्टडी के मुताबिक, स्पर्म ही महिला को प्रेग्नेंसी के लिए मनाता है। स्पर्म  महिलाओं को  प्रजनन ऊतकों को एक ऐसा संकेत देता है जिससे प्रेग्नेंसी की संभावना बढ़ती है। 

 




स्टडी के लेखक प्रोफेसर सारा रॉबर्टसन के अनुसार, यह पहली ऐसी स्टडी है जो बताती है कि महिलाओं का इम्यून रिस्पॉन्स स्पर्म से मिले सिग्नल पर काम करता है और एग को फर्टिलाइज करने की अनुमति देता है, जिसके बाद महिला में प्रेग्नेंसी होती है।


प्रोफेसर रॉबर्टसन ने बताया कि, स्पर्म में पाया जाने वाला प्रोटीन प्रेग्नेंसी के समय महिला की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया (इम्यून) को नियंत्रित करता है ताकि उसका शरीर बाहरी भ्रूण को स्वीकार कर सके। 


ग्लोबल जीन को समझने के लिए चूहों के यूट्रस का किया प्रयोग-
शोधकर्ताओं की टीम ने ग्लोबल जीन को समझने के लिए चूहों के यूट्रस पर एक्सपेरिमेंट किया। इसके लिए उन्होंने पूरी तरह से ठीक और कुछ नसबंदी वाले स्पर्म का यूट्रस में मिलान किया। प्रयोग में पाया गया कि पूरी तरह से ठीक स्पर्म की वजह से महिला जीन में ज्यादा बदलाव आए, खासतौर से इम्यून रिस्पॉन्स के मामले में।






स्पर्म की सेहत का भी प्रेग्नेंसी पर पड़ता है असर 
स्टडी के अनुसार नसबंदी वाले पुरुषों की तुलना में बिना नसबंदी वाले पुरुषों के स्पर्म से महिलाओं को मजबूत इम्यून टॉलरेंस मिलता है। नई स्टडी के अनुसार, 'स्पर्म की सेहत' का प्रेग्नेंसी पर भी असर पड़ता है, इसके अलावा इसका शिशु की सेहत पर भी असर पड़ता है। उम्र, खान-पान, वजन, शराब और स्मोकिंग जैसी आदतों का स्पर्म क्वालिटी पर असर पड़ता है और इसकी वजह से प्रेग्नेंसी हेल्थ भी प्रभावित हो सकती है।


इस वजह से होती है मिसकैरेज और प्रीमेच्योर प्रैगनेंसी

प्रोफेसर रॉबर्टसन के अनुसार, मिसकैरेज, प्रीक्लेम्पसिया और प्रीमेच्योर प्रैगनेंसी जैसी स्थितियां महिलाओं के इम्यून रिस्पॉन्स की वजह से होती हैं और इसमें पार्टनर के स्पर्म भी जिम्मेदार होते हैं।  
 

Content Writer

Anu Malhotra